Punjab News: संगरूर (Sangrur)  के गांव लोंगवाल में किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई है. इसमें कई किसान (Farmer) और एक पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि लोगोंवाल में करीब 300 किसानों का प्रदर्शन चल रहा था. इस दौरान हुई झड़प के बाद एक किसान की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है. इस घटना में पुलिस इंस्पेक्टर दीपेंद्र जेजी घायल हुए हैं. 

 

किसानों ने बडबड टोल पलाजा को बंद करने का एलान किया और नेशनल हाईवे को बंद करने का एलान किया . पुलिस अधिकारियों के साथ उनकी मीटिंग हुई. पुलिस ने उनसे हाइवे और टोल प्लाजा बंद न करने की अपील की. लेकिन फिर भी किसान जब आगे बढ़े तो पुलिस के साथ किसानों की झडप होने लगी. पुलिस का कहना है कि किसानों में कुछ शरारती तत्वों ने रैश ड्राइविंग की जिससे किसान और पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं.

 

किसानों ने लगाया यह आरोप

किसान तीरथ सिंह ने कहा कि हम सुबह से शांति से प्रदर्शन कर रहे थे . हमारे किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है इसलिए हम प्रदर्शऩ कर रहे थे . महिला किसानों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. कोई पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ है. हम अपना हक मांग रहे हैं. किसान जीवन सिंह ने बताया कि पुलिस ने लाठीर्ज किया. 

 

एसएसपी ने दी यह जानकारी

उधर, एसएसपी सुरेंद्र लांबा ने मीडिया को बताया कि बड़ी तादात में 250-300 किसान प्रदर्शन के लिए जुटे थे. सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात की गई थी.कुछ बंदों ने मार्च करना शुरू किया, टोल प्लाज और नेशनल हाइवे बंद करने की कोशिश की. हमारे 200 पुलिसकर्मी थे जिन्होंने उनसे कहा कि टोल प्लाज ब्ल़ॉक करने की इजात नहीं दी जा सकती क्योंकि लोगों को परेशानी होगी. लेकिन वे तैयार नहीं हुए. इसके बाद कुछ लोग ट्रैक्टर से रैश ड्राइव करने लगे और बैरिकेड को टक्कर मारी.

 

समझने को तैयार नहीं थे आंदोलनकारी - पुलिस

एसएसपी ने कहा, ''टीम ने प्यार से समझाया, ट्रैक्टर पर चढ़कर समझाने की कोशिश की. वे समझने को तैयार नहीं थे. कुछ बंदों ने हिंसक होकर हमारे लोगों को टक्कर मारी और चेहरे पर चोट लगी. रैश ड्राइव करने में इंस्पेक्टर दीपेंद्र को गंभीर चोट आई है. एक दो लोगों को फेस पर चोट लगी है.''