Punjab News: कांग्रेस से अलग होने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) को अपने घर पटियाला में करारी मात झेलनी पड़ी है. कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी मेयर संजीव शर्मा उर्फ बिट्टू को पटियाला (Patiala) निगम हाउस ने संस्पेंड कर दिया है. बिट्टू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और वह जरूरी मत हासिल करने से चूक गए. लोकल अथॉरिटी की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है.


मेयर संजीव शर्मा उर्फ बिट्टू (Bittu) के पद पर पिछले कई दिनों से तलवार लटक रही थी. मेयर के पद पर बने रहने के लिए बिट्टू को 31 वोट चाहिए थे, लेकिन उनके पक्ष में सिर्फ 25 वोट भी पड़े. बिट्टू को समर्थन दिलाने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद निगम ऑफिस पहुंचे थे. लेकिन अमरिंदर सिंह बिट्टू को जरूरी समर्थन दिलाने में नाकाम रहे. 


इस दौरान हालांकि निगम के ऑफिस में हाई प्रोफाइल ड्रामा भी देखने को मिला. बिट्टू ने चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार पर पुलिस का गलत इस्तेमाल करने के आरोप लगाए. अमरिंदर सिंह के लिए भी निगम ऑफिस में पहुंचने की राह आसान नहीं रही और उन्हें गेट पर करीब 10 मिनट इंतजार करना पड़ा. 


ऑफिस में बना रहा तनाव का माहौल


बता दें कि जिस वक्त निगम के मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था उसी दौरान पुलिस ने निगम के ऑफिस के बाहर तैनाती बढ़ा दई थी. इसके अलावा निगम ऑफिस से 100 मीटर की दूरी पर ही गाड़ियों को रोका जा रहा था. गुरुवार को पूरा दिन पटियाला निगम ऑफिस में तनाव का माहौल बना रहा. 


बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में कांग्रेस से अलग होकर पंजाब लोक कांग्रेस बनाने का एलान किया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब विधानसभा चुनाव में बीजेपी के साथ सीट शेयरिंग कर मैदान में उतर सकते हैं. 


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