Punjab Congress News: पंजाब में लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव के रिजल्ट के बाद कांग्रेस में गुटबाजी बढ़ गई है. विधायक परगट सिंह और पूर्व विधायक कुशलदीप सिंह ढिल्लों ने पार्टी उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले लुधियाना वेस्ट से उपचुनाव हारे भारत भूषण आशु ने भी पार्टी के वर्किंग प्रेसिडेंट पद से इस्तीफा दे दिया था.

हालांकि, दोनों नेताओं ने इस घटनाक्रम पर कोई औपचारिक टिप्पणी नहीं की है. इन्होने अपने इस्तीफे ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और पंजाब प्रभारी भूपेश बघेल को भेजे हैं.

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रियाइस मामले पर जब पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “मुझे कोई इस्तीफा प्राप्त नहीं हुआ है. यह मामला पार्टी हाईकमान के देखने का है.” बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद यह पहला बड़ा घटनाक्रम है, जब पार्टी के अंदरूनी मतभेद सार्वजनिक रूप से सामने आए हैं.

सूत्रों की मानें तो परगट सिंह और कुशलदीप ढिल्लों ने इस चुनावी हार को किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि संगठनात्मक विफलता बताया है. दोनों नेताओं ने पार्टी के भीतर आत्मविश्लेषण की जरूरत पर बल दिया है. उनका मानना है कि केवल चुनाव लड़ना ही काफी नहीं, बल्कि संगठन की मजबूती, पारदर्शिता और आपसी समन्वय भी उतना ही जरूरी है.

AAP उम्मीदवार ने जीता लुधियाना वेस्ट का उपचुनावबता दें कि लुधियाना वेस्ट उपचुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार ने कांग्रेस को कड़ी शिकस्त दी. इस हार पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि हार-जीत राजनीति का हिस्सा है. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने पूरे दमखम से चुनाव लड़ा, लेकिन अब समय है आत्ममंथन का.

उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेतृत्व के साथ मिलकर समीक्षा की जाएगी कि चूक कहां हुई. आपसी तालमेल की कमी पर पूछे गए सवाल पर राजा वडिंग ने कहा, "कुछ बातें सार्वजनिक रूप से नहीं कही जा सकतीं, लेकिन पार्टी स्तर पर समीक्षा जरूर की जाएगी."