Punjab News: एक तरफ जहां पंजाब की मंडियों में धान की खरीद शुरू होने के साथ ही किसान अपनी ट्रालियों में धान भरकर मंडियों में बेचने के लिए पहुंच रहे है. वहीं दूसरी तरफ मजदूरों ने भी अपनी मांग को लेकर अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल शुरू कर दी है. इससे अब किसानों की परेशानी बढ़ने वाली है. पंजाब में करीब 1840 अनाज मंडियां है जिसमें लगभग 10 लाख मजदूर काम करते है ऐसे में 10 लाख मजदूरों ने 7 अक्टूबर से एक साथ हड़ताल का ऐलान कर दिया है. 


सरकार के खिलाफ करेंगे प्रदर्शन
प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का कहना है कि हड़ताल के दौरान वे अपने परिवारों को भी मंडियों में लेकर आएंगे और सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करेंगे. मजदूर यूनियन के प्रधान राकेश कुमार तुली ने बताया कि मजदूरों की समस्या को लेकर कई बार उच्चाधिकारियों से मीटिंग की जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद सब अधिकारी कुंभकर्णी नींद में सोए हुए है. मजदूरों का शोषण किया जा रहा है. राकेश कुमार तुली का कहना है कि महंगाई के मद्देनजर मजदूरी में प्रति नग 25 रुपए बढ़ोतरी होनी है, लेकिन अभी तक हो नहीं पाई है. उन्होंने कहा कि उनकी मंडी बोर्ड से मांग है कि लोडिंग की मजदूरी कम से कम 5 रुपए बोरी की जाए और इसके अलावा लोडिंग की मजदूरी भी एक सामान की जाए. 


बाहर के मजदूरों को नहीं करने देंगे काम
वही मोगा में प्रदर्शन के दौरान मजदूर यूनियन के कुलदीप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से करीब 1 साल पहले मजदूरों के वेतन में 25 फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी. लेकिन इसे अब तक लागू नहीं किया गया है. वहीं उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानती तब तक वो हड़ताल पर रहने वाले है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बाहर के किसी मजदूर को मंडियों में काम नहीं करने दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम चाहते है किसान और व्यापारी वर्ग भी मजदूरों के संघर्ष में उनका साथ दें.


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