Haryana News: कांग्रेस पार्टी के लिए हरियाणा में नई मुश्किल खड़ी हो सकती है. पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे और दिग्गज नेता कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) ने बागी तेवर अपना लिए हैं. कुलदीप बिश्वोई हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज हैं. कुलदीप बिश्वोई ने हालांकि कहा है कि कोई कदम उठाने से पहले वह राहुल गांधी से जवाब मांगेंगे.


बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हरियाणा में संगठन के बदलावों को मंजूरी दी. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी उदय भान को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. कुलदीप बिश्नोई भी अध्यक्ष पद की रेस में थे. लेकिन पार्टी ने एक बार फिर से दलित चेहरे को ही अध्यक्ष बनाने का फैसला किया. 


कुलदीप बिश्नोई ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा, ''साथियों, आप सबके संदेश सोशल मीडिया पर पढ़ रहा हूं. आपका अपार प्यार देख कर मैं अत्यंत भावुक हूं. आपकी तरह ग़ुस्सा मुझे भी बहुत है. लेकिन मेरी सब से प्रार्थना है कि जब तक मैं राहुल जी से जवाब ना मांग लूं, हमें कोई कदम नहीं उठाना है. अगर मेरे प्रति आपके मन में स्नेह है तो संयम रखें."


कुमारी सैलजा की लेंगे जगह


पिछले कुछ दिनों से कुलदीप बिश्नोई का नाम अध्यक्ष पद की रेस में चल रहा था. इन कयासों को और तेजी तब मिल गई थी जब हाल ही में कुलदीप बिश्नोई सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे थे. लेकिन कांग्रेस ने हुड्डा के करीबी माने जाने वाले उदय भान पर ही दांव लगाया. उदय भान ने हरियाणा पीसीसी में कुमारी सैलजा का स्थान लिया है.


इसके साथ ही इस बात का संकेत भी मिल गया है कि हरियाणा कांग्रेस की कमान अब पूरी तरह से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हाथों में ही रहेगी. भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधानसभा में नेता विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. अगर हुड्डा खुद अध्यक्ष बनते तो उन्हें वह पद छोड़ना पड़ता.  


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