Haryana News: हरियाणा परिवहन विभाग इन दिनों एक बड़े आर्थिक नुकसान की मार झेल रहा है. हरियाणा रोडवेज को करीब 150 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है. रोडवेज बसों में लगातार टिकटों की गड़बड़ी हो रही है जिसको लेकर शिकायतें मुख्यालय तक पहुंच रही है. इस बड़े नुकसान को देखते हुए अब हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार द्वारा अब हरियाणा रोडवेज की बसों में रेवेन्यू लीकेज डिटेक्शन सिस्टम लागू किया जाएगा. जिससे रोडवेज घाटे से बच सकती है. 


सेंसर सिस्टम से होगी यात्रियों की गिनती
बजट भाषण के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी रेवेन्यू लीकेज डिटेक्शन सिस्टम लागू करने का प्रस्ताव रखा था. हरियाणा रोडवेज की बसों में एक सेंसर सिस्टम लगाया जाएगा. जिससे रोडवेज की बसों में उतरने चढ़ने वाले यात्रियों की गिनती खुद हो जाएगा. इससे टिकटों की जांच करने वाले अधिकारियों को भी आसाना होगी और करोड़ों रुपए के हो रहे घाटे से निपटा जा सकेगा. 


ई-टिकटिंग की सुविधा से भी फायदा
हरियाणा के छह जिलों में अभी ई-टिकटिंग की सुविधा दी गई है. पायलट प्रोजेक्ट के तहत इस योजना की शुरूआत की गई थी. सरकार ई-टिकटिंग की योजना को अब अन्य जिलों में भी लागू करने का प्लान बना रही है. हरियाणा रोडवेज की बसों में अन्य जिलों में 31 मार्च तक यह योजना शुरू होने की संभावना है. ई-टिकटिंग से जहां रोडवेज के घाटे को रोकने में मदद मिलेगी वही यात्रियों को भी इससे फायदा मिलेगा. ई-टिकट पर सारी जानकारी होती है कि यात्री कहां से यात्री बैठा है और उसे कहां उतरना है, ई-टिकटिंग से बसें कैशलेस भी की जा सकती है. ई-टिकट मशीनों में एटीएम का भी प्रयोग किया जा सकता है. इसका सीधा कनेक्शन डिपो से जुड़ा होगा. पैसे सीधे डिपो के खाते में ट्रांसफर हो जाएंगे. वही सरकार द्वारा शहरों में सिटी बस सेवा भी शुरू करने की तैयारी की जा रही है.


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