Haryana News: हरियाणा में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर विपक्ष मनोहर लाल खट्टर सरकार (Manohar Lal Khattar Government) पर हमलावर है. कांग्रेस (Congress) के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा (Deepender Singh Hooda) ने भी बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार पर हमला बोला है. हुड्डा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा कि जहरीली शराब के खेल में बीजेपी-जेजेपी बराबर की भागीदार और जिम्मेदार है.


दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि शराब तस्करी का संगठित अपराध सरकारी संरक्षण के बगैर फल-फूल नहीं सकता. जहरीली शराब से हुई मौतों की उच्चस्तरीय जांच हो और मौतों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उप-मुख्यमंत्री इस्तीफा दें. क्योंकि, उनके पद पर रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं.


भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कही थी ये बात


इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी प्रदेश में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर विपक्ष को घेरा था. उन्होंने कहा कि BJP-JJP सरकार के संरक्षण में नशे का काला कारोबार फैल रहा है. जहरीली शराब, चिट्टा और सिंथेटिक ड्रग्स लगातार प्रदेश वासियों की जान ले रही है. यमुनानगर में जहरीली शराब से लोगों की मौत सरकार की नाकामी का नतीजा है. कांग्रेस कार्यकाल के दौरान हरियाणा को दूध-दही और खिलाड़ियों का प्रदेश माना जाता था. लेकिन, बीजेपी ने सत्ता में आते ही नशा कारोबारियों को संरक्षण देना शुरू कर दिया.


हाईकोर्ट के जस्टिस से जांच की मांग


प्रदेश में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर हरियाणा सरकार की तरफ से एसआईटी का गठन किया है. इसको लेकर विपक्ष सवाल उठा है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा का कहना है कि एसआईटी बनाकर जांच कराने का ढोंग किया जा रहा है. पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस से मौतों की जांच कराई जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि साल 2020 में भी सोनीपत, पानीपत और फरीदाबाद में 40 से ज्यादा लोगों की जान गई थी, तब भी सरकार ने एसआईटी बनाने का स्वांग रचा था. इनेलो के महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भी जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.


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