डीआईजी बॉर्डर रेंज संदीप सिंह गोयल ने प्रेस वार्ता में बताया कि केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से एक बड़ा टेरर मॉड्यूल पकड़ा गया जिसने 25 तारीख को गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड अटैक किया था और 30 तारीख को दूसरा हमला करने की योजना बनाई गई थी.
इससे पहले कि मॉड्यूल हमला कर पाता, पुलिस ने समय पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और मॉड्यूल के दो सदस्यों को आज सुबह मुठभेड़ में घायल कर पकड़ा गया. यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
टेरर मॉड्यूल की साजिश और संचालक
आईएसआई के आदेश पर पुलिस स्टेशन पर हमले की साजिश रची जा रही थी और इस मॉड्यूल को शहजाद भट्टी, जीशान अख्तर और अमेरिका में रह रहे अमन पन्नू संचालित कर रहे थे. अमन पन्नू अमेरिका से विशेष रूप से मॉड्यूल तैयार कर रहा था जिसका लक्ष्य भारत के पुलिस स्टेशनों पर हमले करवाना था. जीशान अख्तर पहले भी बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल रह चुका है.
गिरफ्तारियां, मुठभेड़ और बरामदगी
पहले गुरदित और प्रदीप की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में नवीन और कुश के नाम सामने आए जिनको आज सुबह गुरदासपुर-मुकेरियां रोड पर रोके जाने पर उन्होंने पुलिस पर गोली चलाई. जवाबी कार्रवाई में दोनों जख्मी हुए और गिरफ्तार कर लिए गए तथा इनके पास से एक ग्रेनेड बरामद हुआ. हरगुण मोगा के रहने वाला और विजय मध्य प्रदेश निवासी भी पकड़े गए जिन्हें दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया, जबकि दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश पुलिस ने संयुक्त रूप से सहयोग प्रदान किया.
जांच, साइबर रोकथाम और आगे की कार्रवाई
डीआईजी ने कहा कि किसी भी घटना को तुरंत ग्रेनेड अटैक बताना उचित नहीं होता और FSL रिपोर्ट के बाद ही सटीक जानकारी दी जाती है. आरोपियों को विदेश भेजने के लालच में आतंक से जोड़ने की कोशिश की जा रही थी और ISI पंजाब के युवाओं को निशाना बना रही है. इंटरपोल की मदद से विदेश में बैठे आरोपियों को भी जल्द भारत लाया जाएगा, वहीं साइबर अपराध रोकथाम के लिए छोटी राशि फ्रीज़िंग पर लोक अदालत के जरिए त्वरित समाधान और स्कूल-कॉलेजों में साइबर जागरूकता एंबेसडर तैयार किए जा रहे हैं. DGP ने स्पष्ट किया कि बैंक की लापरवाही पर भरपाई की जिम्मेदारी तय होगी और नागरिकों को सतर्क रहने का संदेश दिया गया है.