Farmers Protest Update: किसान अपनी मांगों के साथ अड़े हुए हैं. अभी तक दिल्ली में वो दाखिल नहीं हो पाए हैं. इस बीच गुरुवार (15 फरवरी) को चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मु्ंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय किसानों से बात करेंगे. किसानों ने 16 फरवरी को भारत बंद बुलाई है. वहीं, 15 फरवरी को रेल रोकेंगे. पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर सैकड़ों किसान मौजूद हैं. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आरोप लगाया कि किसानों पर रबर बुलेट दागे गए. उन्होंने दावा किया कि सुरक्षाकर्मियों के एक्शन में 130 किसान घायल हुए हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि एमएसपी गारंटी कानून से कम कुछ मंजूर नहीं है. 


पढ़ें अब तक की बड़ी बातें



  • बुधवार (14 फरवरी) को आंदोलन के दूसरे दिन किसानों ने कई बार हरियाणा के शंभू बॉर्डर और खन्नौरी बॉर्डर से आगे बढ़ने की कोशिश की.  

  • सुरक्षाकर्मियों ने आगे नहीं बढ़ने दिया. किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए.

  • किसानों ने 16 फरवरी यानी शुक्रवार को भारत बंद का आह्वान कर दिया है. वहीं गुरुवार यानी कल किसान रेल के पहिए रोकने का काम करेंगे.

  • कुल मिलाकर न किसान पीछे हटने को तैयार हैं और न ही सरकार दिल्ली का रास्ता खोलने को तैयार है.

  • इसका नतीजा ये हुआ कि दिल्ली के सिंघू बॉर्डर से हरियाणा के शंभू बॉर्डर तक टकराव की स्थिति बन गई है.

  • बैरिकेडिंग के एक तरफ दिल्ली कूच के लिए निकले ट्रैक्टर्स की लंबी कतार है. ट्रैक्टर्स का जमावड़ा कई किलोमीटर का है.

  • शंभू बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं. अमृतसर और दिल्ली हाईवे पर 8-10 किलोमीटर तक ट्रैक्टर्स खड़ी हैं.

  • जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, पंजाब और हरियाणा के बीच पड़ने वाले बॉर्डर्स पर किसानों की संख्या भी बढ़ रही है.

  • मंगलवार को सुरक्षाकर्मियों की ओर से हुई कार्रवाई के बाद अब किसानों का सब्र जवाब दे रहा है.वो एक ही बात दोहरा रहे हैं कि या तो मांगे मानो नहीं तो फिर दिल्ली का रास्ता छोड़ो.

  • पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठन भारतीय किसान यूनियन उग्रहां ने 15 फरवरी यानी गुरुवार को दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक रेलवे ट्रैक जाम करने का ऐलान कर दिया है.

  • शंभू बॉर्डर पर 60 और खनौरी बॉर्डर पर 30 किसानों के घायल होने की बात कही जा रही ही है.

  • इस बीच दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था को पहले से भी ज्यादा कड़ा कर दिया गया है.

  • दिल्ली के सिंघू बॉर्डर के पर पहले कंक्रीट के स्लैब रखकर सड़क को बंद किया गया था. फिर सड़क को खोदकर बड़े-बड़े गड्ढे बना दिए गए हैं ताकि अगर किसान पंजाब-हरियाणा बॉर्डर को पार दिल्ली की सीमा तक पहुंचते भी हैं, उस हालात में भी वो राजधानी में दाखिल न हो सकें.


Farmers Protest: गीली बोरियां, पतंगबाजी और...आंसू गैस के गोलों से बचने के लिए किसानों ने निकाली ये तरकीब