Farmer Protest: तीन कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन (Farmer Protest) का एक साल पूरा हो गया है. आंदोलन का एक साल पूरा होने के मौके पर पंजाब और हरियाणा से हजारों किसान दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर पहुंचे हैं. आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने एक बार फिर से साफ किया है किसानों की सभी मांगें पूरी हुए बिना किसान पीछे नहीं हटेंगे.


अमृतसर, जालंधर, फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना, संगरूर, अंबाला, हिसार, सिरसा, रोहतक, कुरुक्षेत्र, भिवानी समेत दोनों राज्यों के हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर पहुंच हैं. भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के नेता परगट सिंह ने कहा कि हजारों किसान पहुंच चुके हैं और कई किसान पहुंच रहे हैं. सिंह ने कहा, 'संयुक्त किसान मोर्चा जो फैसला करेगा, उसके अनुसार हम आगे बढ़ेंगे.'


आंदोलन जारी रहेगा


किसान नेताओं ने कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले विधेयक को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी को महज औपचारिकता करार दिया है. किसान नेताओं ने कहा कि अब वे चाहते हैं कि सरकार उनकी अन्य लंबित मांगों का समाधान करे, जिसमें सबसे अहम न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी है.


हालांकि, उन्होंने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों की यह पहली जीत है और वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि पिछले साल 26 नवंबर को शुरू हुआ किसान आंदोलन शुक्रवार को अपने ऐतिहासिक संघर्ष का एक साल पूरा करेगा. एसकेएम ने एक बयान में कहा, ''आंदोलन के एक साल पूरा होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान के बाद हजारों किसान दिल्ली के विभिन्न मोर्चों पर पहुंचना शुरू हो गए हैं.''


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