Punjab News: एक तरफ जहां वारिस पंजाब दे का मुखिया अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर का कहना है कि वो अपने साथियों के भूख हड़ताल पर है. वहीं अब इस मामले को लेकर अब डिब्रूगढ़ जेल के अधिकारियों का बयान भी आया है. जिनकी तरफ से कहा गया है कि अमृतपाल और उसके साथ भूख हड़ताल पर नहीं है. दूसरी तरफ अमृतपाल और अन्य सिखों को जेल के खाने में तंबाकू दिए जाने पर अब विरोध के स्वर भी उठने लगे है. तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इसकी निंदा की है.
अमृतपाल के पिता का भी आया बयानअमृतपाल के पिता तरसेम सिंह का कहना है कि जेल में अमृतपाल और अन्य सिखों को टेलीफोन की सुविधा नहीं मिल रही है. बार-बार उनसे मिलने जाने में काफी पैसा खर्च होता है. अगर उन्हें टेलीफोन पर बात करने दी जाएगी तो हम भी उनकी सेहत के बारे में जान पाएंगे और वो अपने परिवार की जानकारी भी ले पाएंगे. वहीं जेल में जो उन्हें खाना दिया जा रहा है वो भी ठीक नहीं है और ना ही चिकित्सा उपचार नहीं मिल रहा है. अमृतपाल के पिता ने पंजाब सरकार और केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि जेल में बाकि कैदियों की तरफ उनके बेटे अमृतपाल और अन्य कैदियों को सुविधाएं दी जानी चाहिए.
अमृतपाल की पत्नी ने लगाए थे ये आरोपअमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर की तरफ से कहा गया था कि जब भी वो अमृतपाल से मुलाकात के लिए जाती है तो 20-25 हजार रुपये खर्च करने पड़ते है. जेल में बंद अमृतपाल और उसके साथियों को फोन पर बात करने की इजाजत दी जाए. ताकि हम फोन पर ही उनका हालचाल जान सके. क्योंकि हर परिवार यह खर्च नहीं सहन कर सकता. दूसरा किरणदीप कौर ने जेल में अमृतपाल और उसके साथियों को खाने में तंबाकू देने की भी बात कही थी. किरणदीप कौर ने बताया था कि जेल में पंजाबी भाषा किसी को समझ नहीं आती इस वजह से भी जेल में बंद सिखों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.