सिख गुरुओं पर का AI वीडियो बनाकर निशाने पर आए मशहूर यूट्यूबर ध्रुव राठी ने एक बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि वो लेटेस्ट वीडियो पर दी गई प्रतिक्रियाओं के लिए लोगों का धन्यवाद करते हैं. उन्होंने कहा कि कई लोगों ने वीडियो की सराहना की चाहते थे कि ये चैनल पर रहे लेकिन मैंने इसे हटाने का फैसला किया.
'मैं नहीं चाहता था धार्मिक विवाद बन जाए'
ध्रुव राठी ने कहा, "मैंने इसे हटाने का फैसला किया है क्योंकि कुछ दर्शकों लगता है कि सिख गुरुओं का कोई भी एनिमेटेड वर्णन उनकी मान्यताओं के खिलाफ है. मैं नहीं चाहता कि यह एक राजनीतिक या धार्मिक विवाद बन जाए, क्योंकि वीडियो केवल हमारे भारतीय नायकों की कहानियों को एक नए एजुकेशनल फॉर्मेट में दिखाने की एक कोशिश थी."
'मैं दूसरी कहानियों का पता लगाऊंगा'
इसके आगे उन्होंने कहा, "इस एजुकेशनल फॉर्मेट में असीम संभावनाएं हैं, मैं आगे के वीडियोज के लिए इतिहास की दूसरी कहानियों का पता लगाऊंगा और मूल्यांकन करूंगा कि इस कहानी को अलग तरीके से फिर से बताना है या नहीं."
'इस एनिमेशन को करने में बहुत मेहनत लगी'
एक वीडियो में ध्रुव राठी ने कहा, "आज मैंने सिख साम्राज्य के ऊपर ये वीडियो रिलीज किया. एनिमेशन को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने की कोशिश की है. काफी सालों से मेरा मन था कि इंडियन हिस्ट्री की जो कहानियां हैं उनके यूट्यूब वीडियोज के जरिए, एनिमेशन के जरिए एक मूवी की तरह दिखाया जाए और अब AI की वजह से ये संभव हो पाया. बहुत मेहनत लगी है इस एनिमेशन को करने में और आप में से बहुत से लोग सर्पोटिव भी रहे. बहुत से लोगों को ये वीडियो पसंद भी आया लेकिन आप में से सिख समुदाय के कुछ लोग हैं जिनका मानना है कि जिस तरीक से इस वीडियो में एनिमेशन किए गए हैं वो आपकी आस्था से टकराता है."