कांग्रेस ने पंजाब की फिल्लौर सीट से विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सस्पेंड कर दिया है. उन्होंने जालंधर से पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ बयानबाजी की थी. इस बयानबाजी के बाद उन पर पार्टी ने कार्रवाई की है. विक्रमजीत जालंधर सीट से चन्नी की उम्मीदवारी का विरोध कर रहे थे.


बता दें कि विक्रमजीत की मां करमजीत कौर 20 अप्रैल को बीजेपी में शामिल हुई थीं. वो पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट से लड़ी थीं लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 


पंजाब कांग्रेस के प्रभारी ने विक्रमजीत सिंह चौधरी को लिखी चिट्ठी में कहा, "पार्टी की गाइडलाइन से हटकर आपकी तरफ से दिए जा रहे अनर्गल बयान आपके पद की गरिमा के मुताबिक नहीं हैं। इससे पार्टी संगठन की छवि खराब हो रही है और जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच गलत संदेश जा रहा है."


पंजाब कांग्रेस प्रभारी ने कहा, "आपको व्यक्तिगत तौर पर दी गई कई चेतावनियों के बावजूद पार्टी विरोधी गतिविधियां जारी रहीं. ऐसे में आपको पार्टी के सभी पदों से आपको सस्पेंड किया जाता है."


जालंधर से कांग्रेस उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधते हुए विक्रमजीत सिंह चौधरी ने उन्हें 'शकुनी' कह दिया था. उन्होंने कहा कि जिस तरह 'भगवान कृष्ण' ने 'शकुनि' और उसकी मंडली को दंडित किया, उसी तरह जालंधर के वोटर्स चन्नी को बाहर निकालकर विश्वासघात के लिए सबक सिखाएंगे.


वहीं पूर्व सीएम चन्नी ने कहा था कि वो जालंधर में 'सुदामा' की तरह जा रहे हैं और दोआबा की जनता से 'भगवान कृष्ण' की तरह खुद का खयाल रखने की अपील कर रहे हैं.


विक्रम सिंह चौधरी ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान चमकौर साहिब और भदौर क्षेत्रों से पू्र्व सीएम चन्नी की चुनावी हार की ओर भी इशारा किया था. विक्रमजीत दिवंगत कांग्रेस सांसद संतोख चौधरी के बेटे हैं. उन्होंने पंजाब विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया था. पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लिए 1 जून को मतदान होगा.


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