Punjab Lok Sabha Chunav 2024: संगरूर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सुखपाल सिंह खेहरा के बाहरी लोगों को लेकर दिए गए बयान पर पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा. जिसको लेकर सुखपाल सिंह खेहरा की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया, उन्होंने कभी भी बिहार के लोगों के खिलाफ नहीं बोला. बता दें कि बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पंजाब के एक कांग्रेस नेता कहते हैं कि बिहार के लोगों का बहिष्कार करना चाहिए. 


‘पीएम मोदी का भाषण देखकर दुख हुआ’
प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधने के लिए नेहरू-गांधी परिवार की आलोचना की. कुछ दिन पहले की गई अपनी टिप्पणी को लेकर खेहरा कई राजनीतिक नेताओं के निशाने पर आ गए थे. खेहरा ने कहा था कि हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर पंजाब में भी ऐसा कानून बनना चाहिए ताकि गैर-पंजाबी जमीन न खरीद सकें, वोटर न बन सकें और सरकारी नौकरियां भी न ले सकें. खेहरा हिमाचल प्रदेश किरायेदारी और भूमि सुधार अधिनियम, 1972 का जिक्र कर रहे थे जो गैर-हिमाचलियों को पहाड़ी राज्य में कृषि भूमि खरीदने से रोकता है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पिछले साल पंजाब विधानसभा अध्यक्ष को एक निजी विधेयक दिया था. कांग्रेस के टिकट पर सगरूर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे खेहरा ने कहा हाल ही में बिहार में पीएम मोदी का भाषण देखकर मुझे दुख हुआ, जहां उन्होंने मुझे गलत तरीके से प्रस्तुत किया.


खेहरा बोले- ‘हिमाचल, उत्तराखंड और गुजरात की तर्ज पर कानून की मांग’
कांग्रेस नेता खेहरा ने कहा कि वह पंजाब की सरकारी नौकरियों और जनसांख्यिकीय स्थिति को बचाने के लिए हिमाचल, उत्तराखंड और गुजरात की तर्ज पर कानून बनाने की अपनी मांग पर कायम हैं. बीजेपी की गुजरात सरकार से भी सवाल करता हूं कि उसने कच्छ क्षेत्र में सिख किसानों से उनकी जमीन का मालिकाना हक क्यों छीन लिया, जिसे उन्होंने दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के कहने पर विकसित किया था?  एक्स पर पोस्ट कर पोस्ट खेहरा ने कहा कि मैंने कभी बहिष्कार या बिहारी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. हम बिहार और यूपी से काम के लिए पंजाब आने वाले लोगों का स्वागत करते हैं. 


प्रताप सिंह बाजवा की भी आई प्रतिक्रिया
वहीं खेहरा की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा की भी प्रतिक्रिया आई. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि कांग्रेस समावेशिता और लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है. खेहरा के विचार उनके अपने हैं. कांग्रेस पार्टी हर नागरिक के लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने के अधिकार को बरकरार रखने के लिए दृढ़ है. बाजवा ने एक बयान में कहा खेहरा का दावा केवल एक व्यक्तिगत दृष्टिकोण को दर्शाता है. यह दृढ़ विश्वास के साथ है कि हम अपने देश के विस्तार में प्रत्येक व्यक्ति के रहने, काम करने और चुनावी प्रक्रिया में शामिल होने के अधिकार की पुष्टि करते हैं. 


बाजवा ने आगे कहा कि पार्टी देश की समग्र संस्कृति और सामाजिक ताने-बाने की समृद्ध छवि के संरक्षक के रूप में खड़ी है, और किसी भी खतरे से इसकी रक्षा करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है. जैसे-जैसे हम अपने विविध समाज की जटिलताओं से निपटते हैं, यह जरूरी है कि हम समावेशिता और सभी के लिए सम्मान के माहौल को बढ़ावा देने के अपने संकल्प पर दृढ़ रहें. बाजवा ने कहा इन मूल्यों के संरक्षण के माध्यम से ही हम एक मजबूत, अधिक एकजुट भारत की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.


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