Punjab News: नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर विपक्ष का विरोध बढ़ता जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा संसद का उद्घाटन किए जाने को लेकर विपक्षी दल खफा है. अब इस विरोध की चपेट में नीति आयोग की बैठक (NITI Aayog Meeting) भी आ गई है.

सीएम माने ने आयोग को लिखी चिट्ठी

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों मे इस बैठक में जाने से मना कर दिया है. सीएम मान ने नीति आयोग को एक चिट्ठी लिखकर भेजी है जिसमें कहा गया है कि नीति आयोग की पिछली बैठक में जो बातें हुई थी उसमें से किसी पर कोई काम नहीं किया गया केवल एक फोटो सेशन के लिए वो इस बैठक में ना आ सकते.

‘केंद्र ने पंजाब के हितों का नहीं रखा ध्यान’

सीएम मान की तरफ से नीति आयोग को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि नीति आयोग की बैठक में पंजाब के फाइनेंस को लेकर बहुत से मुद्दे रखे गए थे. पहले उनको हल करें तो वो बैठक में हिस्सा ले सकते है. सीएम मान ने चिट्ठी में नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा है कि केंद्र सरकार पंजाब के हितों का ध्यान नहीं रख रही है, किसानों के जुड़े मुद्दों पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. 

27 मई को होनी है नीति आयोग की बैठक

आपको बता दें कि 27 मई को नीति आयोग की बैठक होने वाली है. नीति आयोग की इस आठवीं बैठक की अध्यक्षता देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले है. नीति आयोग की इस बैठक में देश को साल 2047 तक एक विकसित देश बनाने के उद्देश्य से बुनियादी ढांचा विकास, स्वास्थ्य, कौशल विकास और महिला सशक्तीकरण समेत कई मुद्दों पर चर्चा की जानी है. नीति आयोग की बैठक देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केन्द्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और केंद्रीय मंत्री शामिल होते है. इस बार कई विपक्षी दलों के मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक में शामिल होने से मना कर चुके है. जिसमें सीएम भगवंत मान, हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, छतीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और अशोक गहलोत समेत अन्य मुख्यमंत्री शामिल है. 

यह भी पढ़ें: Haryana Old Age Pension Scam: भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, हाई कोर्ट ने CBI को सौंपी पेंशन घोटाले की जांच