Punjab News: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के लिखे गए एक पत्र के कथित रूप से लीक होने पर एक्टिव हो गए हैं. चरणजीत सिंह चन्नी ने पुलिस अधिकारी के लिखे गए पत्र के ली होने पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. पत्र में अधिकारी ने एक वरिष्ठ अकाली नेता के खिलाफ नशीली दवाओं के कुछ मामलों में दोबारा जांच में कानूनी बाधाओं का हवाला दिया था.


चन्नी का यह कदम जांच ब्यूरो के प्रमुख के तौर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस के अस्थाना के राज्य पुलिस प्रमुख इकबाल प्रीत सिंह सहोता को लिखे गए पत्र के सोशल मीडिया पर सामने आने के एक दिन बाद आया है. यह पत्र राज्य सरकार के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी बन गया है.


चरणजीत सिंह चन्नी ने दावा किया है कि उनकी सरकार ड्रग्स रैकेट के मामले में किसी भी बड़े आदमी को नहीं छोड़ेगी. चरणजीत सिंह चन्नी हालांकि इस दौरान किसी का भी नाम लेने से बचते हुए नज़र आए. चरणजीत सिंह चन्नी से इस बारे में सवाल किया तो मुख्यमंत्री ने कहा, "यह पता लगाने के लिए प्राथमिकी दर्ज की जाएगी कि पत्र कैसे लीक हुआ."


कांग्रेस की मुश्किल बढ़ा रहा है यह मुद्दा


बता दें कि ड्रग्स का मुद्दा ना सिर्फ पंजाब की सियासत में बल्कि कांग्रेस के भीतर भी कलह की वजह बना हुआ है. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू लगातार यह मुद्दा उठाकर चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ाने का काम कर रहे हैं. सिद्धू ने ड्रग्स रैकेट पर रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं करने पर भूख हड़ताल की धमकी भी दे रखी है.


कांग्रेस पार्टी की ओर से ड्रग्स रैकेट को 2017 के विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाया गया था. लेकिन सरकार बनने के बाद से ही ड्रग्स माफियों पर कोई कार्रवाई नहीं होने की वजह से कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा.


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