पंजाब में किसानों को एक और झटका लगने वाला है, केंद्र सरकार पंजाब में डीएपी के बाद पोटाश की कीमतें भी बढ़ा रही है. इस बात को लेकर पंजाब सरकार के आप नेताओं ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. पंजाब की आप विधायक जीवन ज्योत कौर ने इस मामले को लेकर कहा है कि केंद्र डीएपी और अब पोटाश की कीमतें बढ़ाकर पंजाब की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने की कोशिश कर रहा है. 


इसके साथ ही आप यूथ विंग पंजाब की अध्यक्ष अनमोल गगन मान ने ट्वीट करते हुए लिखा- ऐसा लग रहा है कि केंद्र की बीजेपी सरकार ने पंजाब की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने की कसम खाई है. पहले डीएपी और अब पोटाश की बढ़ी हुई कीमत निंदनीय है. केंद्र सरकार को कीमतों को तुरंत वापस लाने की जरूरत है. क्योंकि किसानों को बहुत जरूरी राहत देने के लिए पोटाश और डीएपी दोनों की कीमतों में कमी होनी चाहिए. 


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आप  विधायक जसवीर सिंह राजा गिल ने इस मामले पर कहा कि किसान विरोधी केंद्र सरकार पंजाब के विकास को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. जिसमें पहले डीएपी और अब बढ़ती पोटाश कीमतों से साफ पता चल रहा है. पंजाब सरकार ने बढ़ी हुई कीमतों के फैसले को स्वीकार नहीं किया है और केंद्र से इसे वापस लेने का आग्रह कर रही है. वहीं आप विधायक डॉ अमनदीप अरोड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार ने डीएपी और पोटाश की कीमतें बढ़ाकर किसान विरोधी भावना दिखाई है.


बढ़ती महंगाई से किसान कर्ज के जाल में फंस जाएंगे


इससे पहले शिरोमणि अकाली दल ने भी केंद्र सरकार से डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) और नाइट्रोजन फास्फोरस पोटाश (एनपीके) उर्वरकों में भारी बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की. वहीं अकाली किसान विंग के अध्यक्ष सिकंदर सिंह मलूका ने कहा कि डीएपी पर 150 रुपये प्रति बोरी और एनपीके पर 100 रुपये प्रति बोरी की वृद्धि से किसानों की कमर टूट जाएगी और वे कर्ज के जाल में फंस जाएंगे.


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