Punjab News: पंजाब में पंचायतें भंग करने का फैसला वापस लेकर भगवंत मान सरकार बैकफुट पर आ गई है. विपक्षी पार्टियों ने एक बार फिर आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. पंजाब कांग्रेस के मुखिया अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने पंचायतों और उनके सरपंचों को बधाई देते हुए कहा अब जिन सरपंचों को पैसे लगाकर काम नहीं करने दिया जा रहा था, वो अपना काम आसानी से कर सकेंगे. वहीं फैसला वापस लेने को उन्होंने पंजाब सरकार के मुंह पर तमाचा बताया है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही थी जो नहीं हो सका. 


‘यूथ कांग्रेस प्रधान ने भी साधा निशाना’
पंजाब कांग्रेस से यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मोहित मोहिंद्रा ने भी भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पंचायती राज ने आप सरकार को करारी फटकार लगाई है. जिसकी वजह से सीएम भगवंत मान के तानाशाही फैसले को मुह की खानी पड़ी है. मोहित मोहिंद्रा ने सरपंचों को बधाई देते हुए इसे लोकतंत्र की जीत बताया है. मोहिंद्रा ने कहा कि लोकतंत्र में भरोसा रखने वाले हर व्यक्ति की जीत है. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार का तानाशाही रवैया हमेशा परास्त होता रहेगा. वहीं मोहिंद्रा ने कांग्रेस को पंचायत हितों की रक्षा का प्रतिबद्ध बताया.


सीएम मान को दिखाया आइना
प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मोहित मोहिंद्रा ने कहा कि पंजाब के हर गांव का सरपंच बधाई का पात्र है. उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपनों को अनदेखा करने का काम नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 73वें-74वें संविधान संशोधन में पंचायती राज को संवैधानिक शक्तियां प्रदान की थी. पंजाब सरकार ने पंचायतों को शक्तिहीन बनाने का प्रयास किया है. पंचायती राज की जीत सीएम भगवंत मान को आइना दिखाया है. आपको बता दें कि हाईकोर्ट की फटकार के बाद भगवंत मान सरकार को पंचायतें भंग करने का फैसला वापस लेना पड़ा है. 10 अगस्त को पंचायतें भंग करने का नोटिफेशन जारी किया गया था. 


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