Punjab News: पहले से ही राजनीतिक संकट से जूझ रहे बादल परिवार (Badal Family) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. कोटकपुरा गोलीकांड (Kotkapura Shootout) को लेकर विशेष जांच दल (SIT) ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (Prakash Singh Badal), उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल (Sukhbir Singh Badal) और पूर्व डीजीपी सुमेध सैनी (Sumedh Saini) समेत आठ अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया है. सूत्रों के अनुसार पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद ही उक्त हाईप्रोफाइल लोगों को मामले में नामजद किया है. 


पुलिस के सामने होगी साक्ष्यों को कोर्ट में साबित करने की चुनौती
शिरोमणि अकाली दल बेशक इसे राजनीतिक प्रतिशोध बता रहा है, लेकिन सूत्रों की मानें तो विशेष जांच दल ने 22 महीने की कड़ी मेहनत के बाद करीब 5600 पन्नों के साक्ष्य जुटाए हैं. ये सबूत प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल के साजिश में शामिल होने की ओर इशारा करते हैं, लेकिन अब देखना यह होगा कि पुलिस इसे अदालत में साबित कर पाती है या नहीं.


SIT के हाथ लगे पर्याप्त सबूत
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक चालान पेश करने से पहले एसआईटी ने देश भर की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क स्थापित कर अहम जानकारियां जुटाई हैं. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री द्वारा घटना के दौरान की गई यात्राओं का रिकॉर्ड भी मिला है. इस दौरान  SIT के हाथ पर्याप्त साक्ष्य लगे हैं. वहीं दूसरी तरफ यह भी खबर आई है कि बहबल गोलीकांड की जांच कर रहे आईजी नौनिहाल सिंह ने 10वां चालान पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है और जल्द ही बहबल गोलीकांड कांड में भी चालान कोर्ट में पेश हो सकता है. 


राजनीतिक कारणों से झूठे मामले में फंसाने की कोशिश- बादल
वहीं शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा कि राजनीतिक कारणों से उन्हें इन मामलों में झूठा फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोटकपुरा गोलीकांड की पहली जांच रिपोर्ट को उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है क्योंकि यह गलत है. अब भी कोर्ट में सुनवाई के दौरान सच पंजाब की जनता के सामने आएगा.


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