Punjab News: वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह का हेंडलर और यूके में भारतीय तिरंगे का अपमान करने वाले आतंकी अवतार सिंह खांडा की मौत हो गई है. ब्लड कैंसर की वजह से उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था. उसके शरीर में जहर फैला हुआ था. उसका लंदन के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था इस दौरान उसकी मौत हो गई है. कनाडा के वरिष्ठ लेखक गुरप्रीत सिंह सहोता ने खंडा के मौत की पुष्टि की है. अमृतपाल के भारत लौटने से पहले खांडा ने ही उसे मिशन खालिस्तान’ के तहत ट्रेनिंग दी थी.


अमृतपाल को छुपने में की मदद


आपको बता दें कि पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह 37 दिन तक फरार रहा था. इस दौरान अवतार सिंह खांडा की तरफ से ही अमृतपाल की मदद की गई थी. यहीं नहीं अमृतपाल सिंह को खड़ा करने में भी खांडा की अहम भूमिका थी. अवतार सिंह खंडा अमृतपाल का गॉडफादर रहा है. पंजाब आने से पहले भी अमृतपाल ने खांडा से मुलाकात की थी. खांडा ने ही अमृतपाल को ‘मिशन खालिस्तान’ के तहत ट्रेनिंग दी थी. खांडा के जरिए ही अमृतपाल परमजीत सिंह पम्मा के संपर्क में आया था.


बन गया खालिस्तानी आंतकी


अवतार सिंह खांडा 22 साल की उम्र में पढ़ने के लिए ब्रिटेन गया था इस दौरान वो खालिस्तानियों से संपर्क में आ गया और खालिस्तानी सदस्य बन गया. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि खंडा आईडी और दूसरे तरह के हथियार चलाने में माहिर था. 1988 में खांडा के चाचा बलवंत सिंह खुकराना और मार्च 1991 में उसके पिता कुलवंत सिंह खुकराना को सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में ढ़ेर कर दिया था. खांडा पंजाब के मोगा का रहने वाला था. उसका परिवार अब भी मोगा में ही रहता है.


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