Waris Punjab De Chief Arrest Operation: वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में लुधियाना (Ludhiana) में प्रदर्शन की कोशिश कर रहे उसके कम से कम 21 समर्थकों को हिरासत में लिया गया है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि अमृतपाल सिंह समर्थकों को जिले के बोपराई कलां कस्बे में हिरासत में लिया गया. इससे पहले पंजाब सरकार ने शनिवार को अमृतपाल सिंह के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उसके संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था.

वहीं अमृतपाल सिंह को पकड़ने के प्रयास जारी हैं, जिसने शनिवार को जालंधर जिले में उसके काफिले को रोके जाने पर पुलिस को चकमा दे दिया था. पुलिस ने बताया कि अभियान जारी है और अधिकारियों ने कई स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी है, राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवा स्थगित कर दी गई है. उन्होंने बताया कि भगोड़ा घोषित अमृतपाल सिंह की तलाश की जा रही है और पंजाब में मोबाइल इंटरनेट के साथ-साथ एसएमएस सेवा पर लगी रोक सोमवार दोपहर तक के लिए बढ़ा दी गई है.

इलाके में बनी हुई है शांति- पुलिस

लुधियाना रेंज के पुलिस महानिरीक्षक कौस्तभ शर्मा ने कहा कि पुलिस ने उन्हें ‘धरना’ देने की अनुमति नहीं दी और हिरासत में ले लिया. उन्होंने बताया कि पुलिस ने लुधियाना के नवांशहर, दाखा और सिधवन में फ्लैग मार्च किया और इलाके में शांति बनी हुई है. इस बीच पंजाब पुलिस की ओर से कहा गया है कि अमृतपाल सिंह का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से कनेक्शन है.

अमृतसर के डीआईजी ने अमृतपाल सिंह को लेकर क्या कहा?

अमृतसर के डीआईजी स्वपन शर्मा ने दावा किया कि उनके कुछ पाकिस्तान-आईएसआईएस लिंक थे. हमें उसे (अमृतपाल सिंह) पकड़ने के लिए निर्देश दिया गया था. पीछा करते हुए वह हमसे आगे एक लेन की लिंक रोड पर आ गया. हमसे आगे निकलने के दौरान वह 5-6 मोटरसाइकिल सवारों से टकरा गया, इनमें से कुछ हमें पीछा करने से रोकने के मकसद से थे. मेहतपुर में दो कारों को बरामद कर लिया है. हमने सात अवैध हथियार भी बरामद किए हैं.

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