Punjab News: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (SGPC) की मीटिंग में अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह ज्ञानी कुलदीप सिंह गडगज को कार्यकारी जत्थेदार बनाया गया है. यह फैसला आज (7 मार्च) हुई एक बैठक में लिया गया है. ज्ञानी रघबीर सिंह को 2023 में हरप्रीत सिंह की जगह यह जिम्मेदारी दी गई थी.

मीटिंग में तख्त श्री केशगढ़ साहिब आनंदपुर साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुलतान सिंह को हटा दिया गया है. जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज को तख्त श्री केशगढ़ साहिब का जत्थेदार लगाया और साथ ही अकाल तख्त साहिब का भी एडिशनल चार्ज दिया गया. शिरोमणि अकाली दल नेतृत्व से जत्थेदार रघबीर सिंह का टकराव चल रहा था.

सुखबीर सिंह बादल को घोषित किया था तनखैया

ज्ञानी रघबीर सिंह के नेतृत्व में ही पांच तख्तों के सिंह साहिबान ने सुखबीर सिंह बादल और कुछ अन्य अकाली दल नेताओं को तनखाहिया घोषित किया था और सजा सुनाई थी जिसे सुखबीर बादल और  अकाली दल नेताओं ने पूरा किया. हालांकि अब शिरोमणि अकाली दल के सदस्यता अभियान को लेकर अकाली दल नेतृत्व और अकाल तख्त में तल्खी चल रही थी.

अकाली दल के इस फैसले पर अकाल तख्त का सख्त रुख

अकाल तख्त ने सदस्यता अभियान के लिए एक सात सदस्यीय कमेटी बनाई है जिसमें अकाली दल के बागी नेता भी शामिल हैं. लेकिन अकाली दल ने उस कमेटी को नकारते हुए अपना सदस्यता अभियान पार्टी द्वारा बनाई गई कमेटियों के जरिए चलाया है. इसे लेकर अकाल तख्त सख्त रुख अपनाए हुए था. साथ ही एसजीपीसी की एक्जीक्यूटिव कमेटी ने तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को भी हाल ही में पद से हटा दिया था जिसका जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने विरोध किया था. ज्ञानी रघबीर सिंह के इस विरोध के बाद एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

ये भी पढ़ें- लुधियाना में किसान नेताओं ने CM भगवंत मान को दी खुली चुनौती, 10 मार्च के लिए किया ये ऐलान