पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक और रेप के आरोपी हरमीत सिंह पठानमाजरा के फरार होने के बाद पुलिस ने उनकी तलाश तेज कर दी है. पटियाला पुलिस के साथ-साथ गैंगस्टर रोधी कार्यबल (AGTF) की विशेष टीम को उनकी गिरफ्तारी के लिए लगाया गया है. एजीटीएफ को विशेष रूप से गैंगस्टरों और कुख्यात अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए प्रशिक्षित किया गया है.
पहली बार विधायक बने पठानमाजरा मंगलवार को पुलिस की हिरासत से नाटकीय ढंग से फरार हो गए थे. पुलिस का आरोप है कि हरियाणा के करनाल जिले के डबरी गांव में जब टीम उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची, तो समर्थकों ने गोलियां चलाईं और पथराव किया.
उस समय विधायक अपने एक रिश्तेदार के घर पर मौजूद थे. हालांकि, बाद में पठानमाजरा ने एक अज्ञात स्थान से वीडियो संदेश जारी कर पुलिस के आरोपों को खारिज किया और कहा कि उन्हें "फर्जी मुठभेड़" में मारने की साजिश रची जा रही थी, इसी कारण उन्हें भागना पड़ा.
क्या है पूरा मामला?
विधायक के खिलाफ 1 सितंबर को पटियाला के सिविल लाइन्स थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. शिकायत जीरकपुर की एक महिला ने दी, जिसने आरोप लगाया कि विधायक ने खुद को तलाकशुदा बताकर उससे संबंध बनाए और 2021 में शादी भी की, जबकि वह पहले से विवाहित थे. महिला ने लगातार यौन शोषण, धोखाधड़ी, धमकी और अश्लील सामग्री भेजने के गंभीर आरोप लगाए हैं.
प्रशासन की लापरवाही है बाढ़ का कारण- पठानमाजरा
दरअसल, विधायक ने हाल ही में यह आरोप लगाया था कि उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई है और निर्वाचन क्षेत्र के सभी थाना प्रभारियों व चौकी इंचार्जों का तबादला कर दिया गया है.
इन घटनाओं के बाद से ही पठानमाजरा लगातार सुर्खियों में हैं. फिलहाल पंजाब पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग जिलों में दबिश दे रही है, लेकिन विधायक अब भी फरार हैं. बता दें कि पठानमाजरा का विवादों से पुराना नाता रहा है.