Haryana News: हरियाणा के हिसार में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हो गया. शहर के एक निजी अस्पताल में आग लग गई. जिसकी वजह से अस्पताल में एडमिट एक 40 वर्षीय मरीज की आग में झुलसने से मौत हो गई. घटना के सूचना मिलने पर डीएसपी विनोद शंकर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. फॉरेंसिक टीम अस्पताल का निरीक्षण किया. वही अस्पताल की लापरवाही के खिलाफ मृतक व्यक्ति अमित के परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए. 


इनकम टैक्स विभाग में कार्यरत्त था अमित
हिसार के ही सेक्टर 15 के रहने वाले अमित को 20 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अमित इनकम टैक्स विभाग में कंप्यूटर डाटा आपरेटर के पद पर नियुक्त था. डिप्रेशन के चलते अमित को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अमित के बेटे ध्रुव का कहना है कि कल शाम को डॉक्टर को राउंड पर आना था लेकिन वो नहीं आए. उसके पिता को कमरे में बांधकर रखा गया था और वो कमरे के बाहर बैठा था.  रात को एक बजे के करीब एक कर्मचारी उसके पिता को दवाई देने के लिए भी आया. लेकिन रात 2 बजे के करीब अस्पताल में अचानक आग लग गई. अस्पताल का स्टाफ ऊपर से नीचे आ गया. उसके पिता चिल्लाते रहे. उसने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र उठाया, लेकिन वो उससे नहीं चला. इसके बाद उसने सीढ़ियों से पाइप उठाई और पानी ड़ालने गया लेकिन तब तक उसके पिता की झुलसने से मौत हो गई थी.


परिजनों ने अस्पताल पर लगाए आरोप
मृतक अमित के परिजनों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से ही ये घटना हुई है. कि अस्पताल संचालक का नशा मुक्ति केंद्र का लाइसेंस 18 जून 2023 को खत्म हो चुका था. मृतक के परिजनों ने अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर हंगामा कर दिया. वहीं पुलिस ने निजी अस्पताल से मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है. 


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