Punjab News: लीबिया में बंधक बनाए गए हरियाणा-पंजाब और देश के राज्यों के युवक सोमवार दिल्ली पहुंचे. 197 दिन बाद इन युवकों की घर वापसी हो पाई है. इन 17 युवकों में से 8 हरियाणा, 4 पंजाब और बाकि हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के रहने वाले है. वतन वापसी के बाद इन युवकों ने आपबीती बताते हुए कहा कि उन्हें लीबिया की जेल में कैद किया गया था, उनके साथ मारपीट की जाती थी और कई बार तो उन्हें खाना भी नहीं दिया जाता था. काफी इंतजार के बाद उन्हें लगने लगा था कि अब वो जिंदा वापस नहीं लौट पाएंगे. 


‘इटली में अच्छी नौकरी का दिया था झांसा’
युवकों का कहना है कि उन्हें एक ट्रैवल एजेंट ने इटली में अच्छी नौकरी दिलाने का वादा किया था. लेकिन उन्हें धोखे से लीबिया पहुंचा, वहां उन्हें एक माफिया ने अगवा कर लिया. वो माफिया की कैद में चार महीने रहे, इसके बाद लीबिया की जेल में रहे. युवकों का आरोप है कि ट्रैवल एजेंट ने इटली में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे 13-13 लाख रुपए की ठगी की थी. पुलिस अब मामले की जांच में जुटी है. 


26 मई को मिली थी युवकों को बंधक बनाने की सूचना
युवकों को बंधक बनाए जाने की जानकारी 26 मई को केंद्र सरकार और ट्यूनीशिया स्थित भारतीय दूतावास को मिली थी. फरवरी में इन युवकों को अगवा कर लिया गया था. ट्यूनीशिया स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने इन्हें लीबियाई माफिया से आजाद कराया. इसके बाद इन्हें  अवैध रूप से लीबिया में प्रवेश के आरोप में हिरासत में रखा गया. 31 जुलाई को इन युवकों को लीबिया की हिरासत से मुक्त कर भारतीय दूतावास को सौंप दिया गया. करीब 20 दिन भारतीय दूतावास के संरक्षण में रहने के बाद इन युवकों को वीजा और पासपोर्ट तैयार करके भारत भेजा गया.  विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दूतावास अधिकारियों की सराहना की. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने बेहतरीन काम किया है. 


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