Padma Vibhushan Award Winner: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने चार लोगों को पद्म विभूषण सम्मान से सम्मानित किया है. उन चार लोगों में महाराष्ट्र की रहने वाली श्रीमती प्रभा अत्रे का भी नाम शामिल है. उन्हें कला के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए ही पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा रहा है. उन्हें पहले भी महाराष्ट्र सरकार द्वारा कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. 


इन विधाओं में महारत
मूल रूप से महाराष्ट्र के पुणे जिले में जन्मी प्रभा अत्रे ने शास्त्रीय संगीत की दुनिया में एक जाना माना नाम है. प्रभा शास्त्रीय परंपरा की शीर्ष गायिकाओं में से एक हैं. वैश्विक स्तर पर भारतीय शास्त्रीय संगीत को लोकप्रिय बनाने में प्रभा अत्रे की अहम भूमिका रही है. प्रभा अत्रे उन दुर्लभ कलाकारों मे से हैं जिन्हें अलग अलग तरह के संगीत के विधाओं में महारत हासिल है. जैसे खयाल, ठुमरी, दादरा, गजल और गीत इत्यादी. 


शिक्षण
प्रभा अत्रे की शैक्षणिक शिक्षा के विषय में बात की जाए तो उन्होंने साइंस से ग्रेजुएशन के साथ साथ लॉ की शिक्षा भी ली है. वह गंधर्व विद्यालय से संगीत अलंकार हैं. साथ ही उनके पास संगीत डॉक्टरेट की डिग्री भी है. उन्होंने लंदन के ट्रिनिटी कॉलेज से वेस्टर्न म्यूजिक की भी शिक्षा ली है. प्रभा अत्रे ने संगीत के विभिन्न विषयों पर अलग-अलग पुस्तकें लिखी हैं. उनके द्वारा लिखी गई पहली किताब 'स्वरामयी' है. स्वरामयी उसके संगीत पर लिखे गए लेख का एक संकलन है. शास्त्र संगीत को दुनिया भर में एक नई पहचान देने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया है. बता दें कि श्रीमती प्रभा अत्रे के अलावा इस बार दिवंगत पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत, बीजेपी के दिवंगत नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और राधेश्याम खेमका को पद्म विभूषण अवार्ड इस साल दिया जा रहा है. इन चारों लोगों को ये अवार्ड मरणोपरांत दिया जा रहा है. 


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