Raj Thackeray MNS: महाराष्ट्र में एक तरफ हर पार्टी के नेता लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ कई ऐसे नेता भी हैं जो पार्टी से इस्तीफा भी दे रहे हैं. कुछ ऐसी ही खबर राज ठाकरे की पार्टी मनसे की तरफ से आई है जहां वसंत मोरे ने लोकसभा चुनाव से पहले MNS अध्यक्ष को बड़ा झटका दिया है, उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.


अब जिस तरह से उन्होंने इस्तीफा दिया है उनके इस स्टाइल को लेकर हर कोई बात कर रहा है. वसंत मोरे ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की जिसमें वो हाथ जोड़े राज ठाकरे की तस्वीर के सामने खड़े हैं और माफी मांग रहे हैं. दूसरी तस्वीर में वो दंडवत होकर हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए नजर आ रहे हैं. इसके लिए उन्होंने फोटो कैप्शन में लिखा है, 'साहेब मुझे माफ कर दो' और इसके साथ-साथ उन्होंने अपने इस्तीफे की एक कॉपी भी शेयर की. 


कौन हैं वसंत मोरे?
वसंत मोरे 18 साल से अधिक समय तक महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के सदस्य थे. उन्होंने 12 मार्च, 2024 को राज ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी से अपने इस्तीफे की घोषणा की है. मोरे ने अपने इस्तीफे के लिए आंतरिक पार्टी की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया है. एनसीपी के संस्थापक शरद पवार और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले के साथ उनकी मुलाकात ने राजनीतिक हलकों में उत्सुकता बढ़ा दी थी. इसके बावजूद उन्होंने स्पष्ट किया कि वह एनसीपी में शामिल नहीं हो रहे हैं और एमएनएस के साथ ही रहेंगे.


वसंत मोरे का पूरा नाम वसंत कृष्णाजी मोरे है. मोरे तात्या के नाम से मशहूर हैं. वो पुणे की राजनीति में सक्रीय रूप से भाग लेते रहे हैं. उनका जन्म 10 अक्टूबर 1973 को हुआ था. मोरे ने पुणे शहर के अध्यक्ष और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के राजनेता के रूप में कार्य किया है. वह पुणे नगर निगम में कात्रज क्षेत्र से नगरसेवक भी थे.


मोरे मनसे के शहर प्रमुख रहे हैं और पुणे नगर निगम की आम सभा में पार्टी का नेतृत्व किया था. उन्होंने 2012 से 2013 तक पुणे नगर निगम में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया. मोरे पहली बार फरवरी 2007 में पुणे शहर के कात्रज क्षेत्र से नगरसेवक के रूप में चुने गए थे और तब से 2012 और 2017 में दो बार चुने गए हैं.


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