केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बेस्ट क्रेडिट सोसाइटी चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) और एमएनएस गठबंधन की हार का जिक्र करते हुए ठाकरे ब्रदर्स पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ठाकरे ब्रांड ध्वस्त हो गया है. दोनों भाई साथ होने के बावजूद हार गए. यह ब्रांड मुंबई महानगरपालिका या पूरे महाराष्ट्र में कहीं नहीं चलेगा.

रामदास अठावले ने आगे कहा, ''राज ठाकरे की सभा जरूर बहुत बड़ी होती है, बाला साहेब ठाकरे की भी बड़ी बड़ी सभाएं होती थीं लेकिन वोट नहीं मिलता था. बाला साहेब पूछते थे कि सभा में इतने लोग आते हैं तो वोट क्यों नहीं मिलता है. उसी तरह राज ठाकरे एक अच्छे वक्ता के साथ बड़े नेता भी हैं लेकिन उनको वोट नहीं मिलता है.''

बीएमसी का चुनाव महायुति जीतेगी- अठावले

केंद्रीय मंत्री अठावले ने ये भी कहा, ''राज ठाकरे ने भी देखा है कि उन्हें वोट नहीं मिलता है, इसलिए ठाकरे ब्रांड मुंबई महानगरपालिका चुनाव में नहीं चलेगा. बीएमसी का चुनाव हम जीतेंगे, महायुति जीतेगी. हमें पूरा विश्वास है कि महायुति का झंडा ही मुंबई महानगरपालिका पर लहरेगा.'' 

पहली ही 'परीक्षा' में ठाकरे ब्रदर्स को झटका!

महाराष्ट्र की सियासत में उद्धव और राज ठाकरे कई सालों बाद साथ में हैं. हालांकि, उन्हें पहली ही 'परीक्षा' में हार का सामना करना पड़ा है. बेस्ट एम्प्लॉयीज को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी के चुनाव के नतीजों में ठाकरे ब्रदर्स को बड़ा झटका लगा. चुनाव से पहले शिवसेना-यूबीटी और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय किया था.

'उत्कर्ष पैनल' को शिवसेना (यूबीटी) और मनसे का समर्थन प्राप्त था. इस पैनल में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे पहली बार एक साथ आए थे, लेकिन इसके बावजूद ये पैनल एक भी सीट नहीं जीत सका. बेस्ट एंप्लॉयीज को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी के चुनाव के नतीजे बुधवार को घोषित हुए थे, जिसमें शशांक राव के पैनल ने जबरदस्त जीत हासिल करते हुए कुल 21 में से 14 सीटों पर कब्जा जमाया. वहीं, महायुति समर्थित प्रसाद लाड पैनल को 7 सीटों से संतोष करना पड़ा.