Maharashtra News: महाराष्ट्र सरकार ने एक नया शहर बसाने की मंजूरी दे दी है. ये शहर मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (एमटीएचएल) के माध्यम से मुंबई से जुड़ा होगा. 'तीसरी मुंबई' के रूप में उभर रहे पनवेल, उरण तालुका के 23 गांवों में सिडको 12 हजार करोड़ रुपये खर्च कर सड़कें बनाने जा रही है. नैना क्षेत्र के इन 23 गांवों के तीव्र विकास के लिए सिडको ने यह निर्णय लिया है. राज्य सरकार से मंजूरी मिलने के बाद टेंडर निकाला जायेगा. 


आधुनिक होगा सबकुछ
नैना क्षेत्र में टीपीएस योजना 1 से 12 के तहत सड़कों के नेटवर्क के निर्माण के लिए सड़क पर सभी अतिक्रमण हटाए जाएंगे. सड़क बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि कहीं कोई सिग्नल सिस्टम या चौराहा न आए. इसलिए सड़कें सीधी रेखा में होंगी और जहां भी जरूरत होगी वहां फ्लाईओवर या अंडरपास बनाए जाएंगे. इसके चलते सिडको बिना चौराहों और सिग्नल वाली आधुनिक डिजाइन की सड़कें बनाएगा. 


कहां बनेगा तीसरा मुंबई?
नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रगति पर है. सिडको नैना योजना के तहत पनवेल, उरण तालुका में 23 गांवों का विकास करेगा, जो हवाई अड्डे के पूर्व में है. यह क्षेत्र तीसरी मुंबई के नाम से भी जाना जाएगा. रायगढ़ सिडको भविष्य में नैना योजना के माध्यम से पेण, खालापुर, कर्जत क्षेत्र में विकास करेगा. पहले चरण में पनवेल और उरण तालुका के केवल 23 गांवों को शामिल किया गया है. 


देखने में आ रहा है कि नैना क्षेत्र में विकास कार्य तेजी से नहीं हो पा रहे हैं. स्थानीय ग्रामीण भी नैना परियोजना का विरोध कर रहे हैं. सिडको द्वारा नये क्षेत्रों का विकास एकीकृत ढंग से न करके टुकड़ों में किया जाता है. इससे स्थानीय परियोजना प्रभावित किसानों के भूखंडों का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है. इसलिए इस पर विशेष ध्यान देते हुए सिडको अब नैना क्षेत्र में 12 नोड्स का विकास कार्य चरणों में नहीं बल्कि एक चरण में करेगा. इसे डिजाइन करने के लिए सिडको ने एक निजी कंपनी को काम पर रखा है. इस पूरे काम पर सिडको को करीब 12 करोड़ रुपये खर्च करने की उम्मीद है. 


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