'पीएम नरेंद्र मोदी ने सरेंडर कर दिया' वाले राहुल गांधी की टिप्पणी पर एनसीपी-एसपी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि एक सशक्त लोकतंत्र में हर एक को बोलने का अधिकार हमारे संविधान ने दिया है. कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और मनीष तिवारी हम ग्रुप-7 में साथ ही थे. उन्होंने कहा कि मेरे खयाल से ये सवाल आप कांग्रेस से पूछें तो ज्यादा ठीक होगा.
विदेश मंत्री एस जयशंकर से की मुलाकात
सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में ऑल पार्टी डेलीगेशन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद सुप्रिया सुले मीडिया से मुखातिब हुईं और इस दौरान उन्होंने ये बातें कही.
स्पेशल सेशन की मांग वाली चिट्ठी पर क्या बोलीं?
बारामती सांसद से सवाल किया गया कि विपक्षी दलों के संसद के विशेष सत्र की मांग वाली चिट्ठी पर उनकी पार्टी के हस्ताक्षर नहीं हैं. इस पर उन्होंने कहा, "मैं परदेश में थी जब ये खत आया. मैं बड़ी विनम्रता से कांग्रेस को विनती कर रही थी कि ऑल पार्टी डेलीगेशन चल रहा है, हम दो तीन दिन में वापस आएंगे, वापस आने के बाद हम लोग मिलकर ये मांग करेंगे."
सुप्रिया सुले ने आगे कहा, "एक तरफ हम ऑपरेशन सिंदूर को लेकर ऑल पार्टी डेलीगेशन के तहत दुनिया में घूम रहे हैं और एक तरफ हम ये सेशन मांगेंगे तो मुझे लग रहा था कि ये ठीक नहीं है. ये नेशनल सिक्योरिटी का इश्यू है. मैंने कांग्रेस से विनती भी की थी कि आप दो-चार दिन रुकिए...लेकिन उसके पहले ही ये मीटिंग हो गई इसलिए हमने साइन नहीं किया."
शरद पवार के बयान का किया जिक्र
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "शरद पवार साहब ने भी कहा था कि अभी सेशन मत लीजिए. क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी चल रहा है. पूरा सेटल होने दीजिए."
उद्धव ठाकरे-राज ठाकरे पर क्या कहा?
वहीं राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के साथ आने की संभावना पर उन्होंने कहा, "लोकतंत्र में किसको किसके साथ जाना है, इसका अधिकार उनके पास है. ये अच्छी बात है अगर दोनों साथ आ रहे होंगे." क्या महाविकास अघाड़ी पर इससे फर्क पड़ेगा, इस पर उन्होंने कहा, "जितने पार्टनर आएंगे, वोट बढ़ेंगे...महाराष्ट्र की सेवा करने के लिए हमें और ताकत बढ़ेगी."