मुंबई में बीजेपी विधायक पराग शाह द्वारा एक ऑटो-रिक्शा चालक को थप्पड़ मारने का मामला अब राजनीतिक विवाद में बदल गया है. शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि मारपीट का शिकार हुआ रिक्शावाला मराठी था और इस घटना के जरिए बीजेपी की कथित तानाशाही और दोहरे मापदंड उजागर होते हैं. यह बयान मुंबई महानगरपालिका चुनाव से पहले आया है, इसलिए इसका राजनीतिक महत्व और भी बढ़ गया है.

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क्या है पूरा मामला?

यह घटना मुंबई के घाटकोपर पूर्व इलाके की है, जहां यातायात नियमों के उल्लंघन और फुटपाथ अतिक्रमण की शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं. वल्लभबाग लेन और खौगली क्षेत्र में दुकानदारों द्वारा फुटपाथ पर कुर्सियां और बेंच रखने के मामले सामने आए थे. इसी के मद्देनजर बीजेपी विधायक पराग शाह शनिवार (20 दिसंबर) को इलाके के दौरे पर पहुंचे थे.

महात्मा गांधी रोड पर एक ऑटो-रिक्शा चालक को गलत दिशा में वाहन चलाते देख पराग शाह भड़क गए और गुस्से में उन्होंने रिक्शावाले को थप्पड़ मार दिया. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद विधायक की भूमिका और कानून हाथ में लेने के अधिकार पर सवाल उठने लगे.

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'विधायक को हाथ उठाने का अधिकार नहीं'- संजय राउत

22 दिसंबर को मुंबई में आयोजित पत्रकार परिषद में संजय राउत ने इस घटना को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि अगर किसी रिक्शावाले ने नियम तोड़ा भी हो, तो किसी विधायक को हाथ उठाने का अधिकार नहीं है. राउत ने आरोप लगाया कि BJP सरकार खुद रोज नियम तोड़ रही है और मुंबई को नियमबाह्य तरीके से अदानी समूह के हवाले किया जा रहा है. 

उन्होंने सवाल उठाया कि क्या पराग शाह में इतनी हिम्मत है कि वे अदानी की कॉलर पकड़ सकें या देवेंद्र फडणवीस से मिठागार और धारावी की जमीन देने पर जवाब मांग सकें. राउत ने यह भी कहा कि जिस रिक्शावाले को मारा गया, वह मराठी था और इस मुद्दे पर बीजेपी की चुप्पी गंभीर सवाल खड़े करती है.

किसी पर भी हमला करना अपराध है- आदित्य ठाकरे

इस पूरे विवाद के बीच शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे ने भी प्रतिक्रिया दी है. एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा कि किसी पर भी हमला करना अपराध है और अगर यह व्यक्ति किसी दूसरी कम्युनिटी से होता, तो मामला कहीं ज्यादा बड़ा बनता. आदित्य ठाकरे ने यह भी जोड़ा कि अगर विधायक अपनी ही सरकार के कामकाज से परेशान होकर इस तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं, तो यह सरकार की विफलता को दिखाता है. 

वहीं संजय राउत ने पत्रकार परिषद में ठाकरे गुट और MNS के गठबंधन पर भी बात की और बताया कि मुंबई, ठाणे, नाशिक, मीरा-भाईंदर और कल्याण-डोंबिवली में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे मिलकर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और नामांकन से पहले गठबंधन की औपचारिक घोषणा की जाएगी.