Maharashtra News: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव से पहले सीएम एकनाथ शिंदे को बड़ा झटका लगा है. शरद पवार ने माढ़ा लोकसभा चुनाव क्षेत्र में महागठबंधन को बड़ा झटका दिया है. करमाला के पूर्व विधायक नारायण पाटिल अब शरद पवार की एनसीपी पार्टी में शामिल होंगे.


ABP माझा के अनुसार, नारायण पाटिल पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी के सदस्य थे, लेकिन अब उन्होंने शरद पवार की एनसीपी में शामिल होने का निर्णय लिया है. नारायण पाटिल के साथ-साथ करमाला पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष, पंचायत समिति के पूर्व सदस्य, जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व जी.पी. सदस्य, ग्राम सरपंच शरद गुट में शामिल होने जा रहे हैं.


नारायण पाटिल शरद पवार, पूर्व उपमुख्यमंत्री विजयसिंह मोहिते पाटिल, माढ़ा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार धैर्यशील मोहिते पाटील, कर्जत जामखेड के विधायक रोहित पवार और पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ करमाला कृषि उपज बाजार समिति के परिसर में प्रवेश करने जा रहे हैं. इस अवसर पर महा विकास अघाड़ी के पदाधिकारी भी उपस्थित होंगे. 


नारायण पाटिल ने 1999 में, जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन हुआ, करमाला विधानसभा क्षेत्र से राकांपा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था. 2009 में उन्होंने जनसुराज्य पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और 2014 में वह शिवसेना के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर विधायक बने.


नारायण पाटिल करमाला तालुका के एक प्रभावशाली नेता हैं. 2019 में, जब शिवसेना ने उनकी प्रत्याशिता खारिज की, तो उन्होंने उसी समय निर्दलीय चुनाव लड़ा और भारी मतों को प्राप्त किया. फिर भी उन्होंने शिवसेना में रहने का निर्णय लिया, लेकिन शिवसेना में विभाजन के बाद, उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ जाने का निर्णय लिया.


वर्तमान में करमाला में अजित पवार गुट के संजय मामा शिंदे विधायक हैं और नारायण पाटिल उनके प्रतिद्वंद्वी हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में, जब नारायण पाटिल महायुति के साथ थे, तब संजय शिंदे ने इस सीट से 35 हजार वोट जीते थे. अब इस बार करमाला निर्वाचन क्षेत्र में विधायक संजय मामा महायुति के साथ हैं, जबकि महायुति के पूर्व विधायक नारायण पाटिल अब शरद पवार के गुट में शामिल होने जा रहे हैं.


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