Sanjay Nirupam on Raj-Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र में ठाकरे भाइयों के 20 साल बाद साथ आने से राज्य की राजनीतिक के समीकरण बदलते दिख रहे हैं. सत्ता पक्ष और या फिर विपक्ष, हर नेता की नजर इस बात पर है कि बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना एक बार फिर साथ आ रही है. ऐसे में अब एकनाथ की शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने भी बड़ा बयान दिया है. 

सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए संजय निरुपम ने लिखा, "फ्रॉम MVA टू TVA... कांग्रेस को घटाकर एक नया राजनीतिक गठबंधन बना है. पहले यह MVA था अर्थात महा विकास अघाड़ी. इसका नया नाम TVA होना चाहिए-  ठाकरे विकास अघाड़ी."

राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की साथ वाली तस्वीरगौरतलब है कि महाराष्ट्र की सियासत में शनिवार, 5 जुलाई का दिन बेहद खास रहा. करीब दो दशक के बाद एक ऐसी सियासी तस्वीर देखने को मिली जो चारों ओर चर्चा का विषय बन गई. राज ठाकर और उद्धव ठाकरे एक साथ मंच पर दिखे. 'मराठी विजय रैली' का नेतृत्व करते दोनों नेताओं के साथ आने से ये कयास भी लगने लगे कि शादय अब ठाकरे भाई आगे भी साथ ही रहने वाले हैं. 

'हिंदू और हिंदुस्तान मंजूर है, हिंदी नहीं'- उद्धव ठाकरेमराठी विजय रैली में उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हमें मुंबई मिली. हमने इसके लिए लड़ाई नहीं. उस समय के राजनेता नहीं चाहते थे कि महाराष्ट्र में मराठी हो. अब केंद्र सरकार चाहती है- हिंदी, हिंदू और हिंदुस्ता. हमें हिंदू और हिंदुस्तान तो मंजूर है, लेकिन हिंदी नहीं. हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे कि हमारे लोगों पर जबरदस्ती हिंदी थोपी जाए. आपकी सात पीढ़ियां खत्म हो जाएंगी, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे.