महाराष्ट्र में होने वाले आगामी निकाय चुनावों के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने जोरदार तैयारी शुरू कर दी है. राज ठाकरे ने हाल ही में मुंबई में प्रमुख नेताओं की बैठक की. इस बैठक में वार्डवार मतदाता सूची की जांच, टीम तैयार करना और निचले स्तर तक संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया गया. राज ठाकरे ने कहा कि हर कार्यकर्ता चुनावी काम में जुट जाए.
राज ठाकरे ने बैठक में निर्देश दिया कि हर शाखा अध्यक्ष अपने वार्ड की मतदाता सूची जांचने के लिए दो कार्यकर्ताओं की नियुक्ति करे. साथ ही, प्रत्येक वार्ड से 110 लोगों की एक मजबूत टीम तैयार की जाए. इन सभी कामों की विस्तृत रिपोर्ट अनंत चतुर्दशी के बाद नेताओं को सौंपी जाए.
निचले स्तर तक संगठन चलाना होगा- राज ठाकरे
बैठक में राज ठाकरे ने पदाधिकारियों को समझाते हुए यह भी कहा कि सिर्फ सभा में भीड़ इकट्ठा करने से चुनाव नहीं जीते जा सकते. इसके लिए चुनावी मशीनरी को निचले स्तर तक सक्रिय करना होगा. उन्होंने हर विभाग और वार्ड स्तर पर कार्यकर्ताओं को विशेष जिम्मेदारियां सौंपीं.
उन्होंने कहा कि अन्य पार्टियों की तुलना में हमारी स्थिति अधिक मजबूत है, इसलिए समूह अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी विशेष जिम्मेदारी लेकर काम में जुटें. 2017 से मैं मतदाता सूची में गड़बड़ियों के बारे में बोल रहा हूं और अब अन्य पार्टियां भी यही मुद्दा उठा रही हैं.
मनसे में बड़े संगठनात्मक बदलाव की संभावना
कुछ दिन पहले राज ठाकरे ने मनसे पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी. इस दौरान विभिन्न विभागों से आए रिपोर्टों पर चर्चा हुई. इन रिपोर्टों के आधार पर मनसे (MNS) में बड़े संगठनात्मक बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है. राज ठाकरे ने इस बैठक में हर विभाग में मनसे की वर्तमान स्थिति, वहां कितनी खाली पद हैं, इस पर भी चर्चा की. स्थिति का आकलन करने के बाद खाली पदों को भरने का निर्णय उन्होंने लिया.
कौन क्या खाए, यह सरकार को नहीं बताना चाहिए- राज ठाकरे
राज ठाकरे ने कल्याण-डोंबिवली नगर पालिका की तरफ से स्वतंत्रता दिवस पर मीट बैन किए जाने पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि कौन क्या खाए और क्या न खाए, यह फैसला न तो महापालिका और न ही सरकार को करना चाहिए. एक तरफ हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं, लेकिन खाने की आज़ादी नहीं देते. अगर स्वतंत्रता दिवस पर आप कोई पाबंदी लगाते हैं, तो यही असल विरोधाभास है. स्वतंत्रता का मतलब ही है कि पाबंदी क्यों लगाई जा रही है?
राज ठाकरे ने कहा, ''किसी का धर्म और त्योहार देखकर यह तय नहीं होना चाहिए कि कौन क्या खाए. यह किसी भी सरकार को तय नहीं करना चाहिए. स्वतंत्रता दिवस पर हम लोगों की स्वतंत्रता छीन रहे हैं, तो यह कैसा स्वतंत्रता दिवस है?”