Raj Thackeray Rally: महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने फैसला वापस ले लिया है. इसको लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सरकार फिर से ऐसी मुसीबत में नहीं फंसेगी.

उन्होंने 5 जुलाई की रैली को लेकर कहा, ''कल मुझे संजय राउत का फोन आया. उन्होंने मुझसे विजय रैली आयोजित करने की बात कहा. मैंने हामी भरी, लेकिन ये विजय रैली किसी पार्टी के लिए नहीं तो मराठी लोगों के लिए होगी.''

यह विषय श्रेय के बारे में नहीं- राज ठाकरे

राज ठाकरे ने कहा, ''यह विषय तब आया जब इसकी जरूरत नहीं थी. इसके लिए मराठी लोगों, साहित्यकारों, कुछ कलाकारों, मराठी पत्रकारों और संपादकों का धन्यवाद. यह विषय श्रेय के बारे में नहीं है, लेकिन जब विषय आया, तो उन्होंने इसका विरोध किया.''

राज ठाकरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘लोग 150 से 200 साल पुरानी हिंदी भाषा को उस मराठी से बेहतर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका इतिहास 3,000 साल से भी ज्यादा पुराना है. यह अस्वीकार्य है और मैं यह होने नहीं दूंगा.’’

हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं- राज ठाकरे

उन्होंने ऐसी भाषाई विविधता वाले देश में हिंदी को राष्ट्रीय भाषा के रूप में प्रचारित करने की वैधता पर सवाल उठाया. मनसे प्रमुख ने कहा, ‘‘हिंदी राष्ट्रभाषा नहीं है जिसे दूसरे राज्यों पर थोपा जाए. इस तरह की जबरदस्ती ठीक नहीं है.’’

महाराष्ट्र के स्कूलों में पहली कक्षा से पांचवी कक्षा तक हिंदी भाषा को शामिल करने के खिलाफ बढ़ते विरोध के बीच रविवार (29 जून) को राज्य सरकार ने ‘त्रि-भाषा’ नीति पर सरकारी आदेश को रद्द कर दिया.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकारी आदेश को वापस ले लिया गया है और उन्होंने भाषा नीति के कार्यान्वयन और आगे की राह सुझाने के लिए शिक्षाविद् नरेंद्र जाधव की अध्यक्षता में एक समिति के गठन की भी घोषणा की.