पुणे के यवत गांव में हिंसा के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है. इस बीच दौंड तहसील के यवत में सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद हुए तनाव को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मुझे मिली जानकारी के अनुसार, किसी बाहरी व्यक्ति ने आपत्तिजनक स्टेटस पोस्ट किया था, जिससे तनाव पैदा हुआ. लोग सड़कों पर उतर आए और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. स्थिति अब नियंत्रण में है. दोनों समुदायों के लोग एक साथ बैठकर बातचीत कर रहे हैं और तनाव कम करने की कोशिश कर रहे हैं.

सीएम ने आगे कहा, ''कुछ लोग जानबूझकर तनाव पैदा करने के लिए ऐसे स्टेटस पोस्ट करते हैं, लेकिन उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूर की जाएगी. क्या सिर्फ़ इसलिए कि कोई सभा या कार्यक्रम हुआ था, इससे किसी को भी ऐसे भड़काऊ स्टेटस पोस्ट करने की आज़ादी मिल जाती है? किसी को भी इस तरह किसी भी धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है.'' 

इलाका पूरी तरह से शांतिपूर्ण है- देवेंद्र फडणवीस

सीएम ने ये भी कहा, ''यह कहना कि किसी सार्वजनिक सभा के कारण तनाव पैदा हुआ, पूरी तरह से गलत है. फ़िलहाल, इलाका पूरी तरह से शांतिपूर्ण है. हमें यह भी सत्यापित करना होगा कि वीडियो क्लिप उसी जगह की है या कहीं और की. ऐसे कई मामलों में, छेड़छाड़ किए गए वीडियो भी सामने आते हैं, इसलिए, उस पहलू की भी जांच होनी चाहिए.''

कोई भी कानून को अपने हाथ में न ले- फडणवीस

मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाने रखने की अपील करते हुए कहा, ''कोई भी कानून को अपने हाथ में न ले। "अगर कोई ऐसा करता है, तो पुलिस उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.'' बता दें कि पुणे की दौंड तहसील के यवत में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को लेकर शुक्रवार (01 अगस्त) दोपहर दो समूहों के बीच झड़प हो गई. पुलिस को कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े. 

यवत गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

अधिकारी ने बताया कि समुदाय विशेष के एक युवक ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट अपलोड की, जिससे दूसरे समूह के कुछ लोग आक्रोशित हो उठे. बहरहाल पुणे जिले के दौंड तालुका के यवत गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.