Devendra Fadnavis on Rahul Gandhi: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को पुणे पोर्श कार दुर्घटना मामले पर राहुल गांधी के बयान की आलोचना की. देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "इस तरह के बयान से राहुल गांधी जैसे व्यक्ति का मान-सम्मान नहीं बढ़ता. उन्हें इससे बचना चाहिए था."


उन्होंने राहुल गांधी के मंगलवार को देर रात के वीडियो बयान का जिक्र करते हुए कहा, "राहुल गांधी को शायद इस मामले में पुणे पुलिस की सख्त कार्रवाई की जानकारी नहीं थी. इसलिए हर बार केवल वोट पाने के लिए इतने संवेदनशील मुद्दे का इस तरह से राजनीतिकरण करना उनके लिए उचित नहीं है."


क्या बोले थे राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने कहा था कि जब कोई ऑटो रिक्शा चालक, कैब चालक, बस या ट्रक चालक अनजाने में किसी की हत्या कर देता है तो उसे 10 साल के लिए जेल में डाल दिया जाता है. यहां तक कि जेल की चाबियां भी फेंक दी जाती हैं. वहीं, अगर अमीर परिवार का 17 साल का लड़का नशे में धुत होकर पोर्श कार से कुचलकर दो लोगों को मार देता है और उसे निबंध लिखवाकर छोड़ दिया जाता है.


महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने उस किशोर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है जिसने अपनी महंगी कार से एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी, जिससे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी.


देवेंद्र फडणवीस ने किशोर न्याय बोर्ड के फैसले पर भी सवाल उठाए हैं. फडणवीस ने लड़के को दी गई "कम" सजा की निंदा की है. कोर्ट ने नाबालिग आरोपी को दुर्घटनाओं पर 300 शब्दों का निबंध, 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करना और काउंसलिंग की शर्तों पर जमानत दी है. उन्होंने पूछा, "किशोर न्याय (जेजे) बोर्ड ऐसा आदेश कैसे दे सकता है."


कथित तौर पर 17 वर्षीय लड़के द्वारा चलाई जा रही पोर्शे कार ने रविवार तड़के शहर के कल्याणी नगर इलाके में दो आईटी पेशेवरों को टक्कर मार दी थी. इस सड़क हादसे में पुलिस का दावा है कि आरोपी उस समय नशे में था. फडणवीस ने कहा, "हमने किशोर न्याय (जेजे) बोर्ड के आदेश के खिलाफ जिला अदालत में अपील की है. भारी सार्वजनिक आक्रोश है. मैंने अब तक की जांच अपडेट का जायजा लिया है."


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