Porsche Accident Pune:  पुणे पोर्शे कार हादसे में जांच का सिलसिला जारी है. पुणे क्राइम ब्रांच यूनिट जांच के लिए ड्राइवर के साथ नाबालिग आरोपी के घर पहुंची. वहीं मामले को लेकर पुणे के सीपी अमितेश कुमार का कहना है कि जब ड्राइवर को पहली बार घटनास्थल से पुलिस स्टेशन लाया गया. उसने लिखित रूप में पहला बयान दिया था कि वो कार चला रहा था. लेकिन पुलिस को उस समय ड्राइवर के बयान पर विश्वास नहीं हुआ और प्रारंभिक जांच के बाद नाबालिग आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. क्योंकि प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट हो गया कि नाबालिग आरोपी गाड़ी चला रहा था.


वहीं पुणे सीपी अमितेश कुमार ने आगे कहा कि आरंभिक जांच में खामियों को लेकर प्रभारी पीआई और एक अन्य अधिकारी पर कार्रवाई की गई. दोनों पुलिसकर्मी यरवदा पुलिस स्टेशन पर तैनात थे. उनकी तरफ से घटना को लेकर वायरलेस कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी नहीं दी गई थी. इसलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया है. वहीं नियंत्रण कक्ष या वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य प्रकार की खामियों जैसे आरोपी को सीधे घटनास्थल से मेडिकल जांच के लिए नहीं ले जाने के मामले की जांच शुरू कर दी गई है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.


नाबालिग के दादा की भी हो चुकी गिरफ्तारी
बता दें कि पोर्शे कार एक्सीडेंट केस में नाबालिग के दादा को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. नाबालिग के दादा पर ड्राइवर को धमकाने और घर नहीं जाने देने का आरोप है. वहीं नाबालिग के पिता की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है.


क्या है पूरा मामला?
19 मई को पुणे के कल्याणी नगर में पोर्शे कार चला रहे नाबालिग ने बाइक सवार दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को टक्कर मार दी थी. इस हादसे में दोनों की मौत हो गई थी. घटना के बाद पुलिस की तरफ से दावा किया गया कि नाबालिग ने नशे की हालत में दुर्घटना की. 


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