महाराष्ट्र के पुणे शहर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने मशहूर फ़िल्म ‘दृश्यम’ की कहानी की याद दिला दी. पुणे में शिवने इलाके में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर उसके शव को जलाया और राख को नदी में बहा दिया. इतना ही नहीं, वह पुलिस स्टेशन जाकर खुद ही गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाता रहा और हर रोज़ जाकर पूछता रहा कि “मेरी पत्नी मिली या नहीं?”पुणे पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी पति ने यह पूरी साजिश ‘दृश्यम’ फिल्म देखकर रची थी. उसने यह फिल्म चार बार देखी थी और उसी से प्रेरित होकर अपराध को अंजाम दिया.

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समीर जाधव और अंजली की कहानी

वारजे-मालवडी पुलिस के अनुसार, आरोपी समीर जाधव (40 वर्ष) और उसकी पत्नी अंजली समीर जाधव (38) की शादी साल 2017 में हुई थी. अंजली एक निजी स्कूल में शिक्षिका थीं, जबकि समीर एक गैरेज चलाता था. दोनों पुणे के शिवने इलाके में अपने दो बच्चों के साथ रहते थे. पुलिस जांच से पता चला कि 26 अक्टूबर को समीर ने पत्नी अंजली को यह कहकर बुलाया कि वह उसे नया गोदाम दिखाने ले जा रहा है. वह उसे एक गोदाम में ले गया, जिसे वह किराए पर लिया हुआ था. वहां पहुंचकर उसने पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी. हत्या के बाद समीर ने पत्नी के शव को उसी गोदाम में बनाए गए अस्थायी भट्ठे (फर्नेस) में जला दिया और राख को पास की नदी में बहा दिया. उस वक्त उनके दोनों बच्चे दिवाली की छुट्टियों में गांव गए हुए थे.

हत्या की साजिश और धोखा देने की योजना

शुरुआत में पुलिस को लगा कि समीर ने पत्नी की हत्या शक के चलते की है. लेकिन जांच में सामने आया कि समीर खुद किसी अन्य महिला के संपर्क में था. अपनी साजिश को मजबूत करने के लिए उसने पत्नी के मोबाइल से अपने एक दोस्त को “आई लव यू” का संदेश भेजा और खुद ही उसका जवाब भी दिया, ताकि ऐसा लगे कि अंजली का किसी से संबंध था. हत्या के बाद समीर ने खुद ही वारजे-मालवडी पुलिस थाने जाकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई और बार-बार जाकर पूछताछ करता रहा कि उसकी पत्नी कहां है.

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पुलिस जांच और अपराध कबूलना

समीर की बार-बार की बेचैनी और बयान में विरोधाभास देखकर पुलिस को शक हुआ. डीसीपी संभाजी कदम के अनुसार, तकनीकी जांच, सीसीटीवी फुटेज और समीर के व्यवहार के आधार पर पुलिस ने उसे सख्ती से पूछताछ के लिए बुलाया. आखिरकार उसने अपराध कबूल कर लिया और बताया कि वह ‘दृश्यम’ फिल्म देखकर इस हत्या की योजना बनाई थी. इस मामले में वारजे-मालवडी पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया है और आगे की जांच राजगड पुलिस स्टेशन को सौंपी गई है.