समाजवादी पार्टी के सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को बरेली जाने से रोक दिया गया है. जिसके बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है. शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी सपा डेलीगेशन को रोके जाने पर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
प्रियंका चतुर्वेदी ने सपा डेलीगेशन को रोके जाने पर कहा कि "जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार डरी हुई और घबराई हुई है और मनमाने ढंग से काम कर रही है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. वे चुने हुए प्रतिनिधि हैं. ये उत्तर प्रदेश की जनता से चुनकर आए लोग है जो उनका नेतृत्व करते हैं कि वो संसद में उनकी बात रखे.
योगी सरकार पर साधा निशाना
आज अगर यूपी के किसी भी हिस्से में हिंसा हो रही है अन्याय हो रहा है, ग़लत काम हो रहा है तो ये उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वो उसे देखे. वो कानून-व्यवस्था में खलल नहीं डाल रहे हैं और न गैर क़ानूनी काम कर रहे हैं लेकिन, फिर भी उन्हें रोका जा रहा है यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
मुझे लगता है कि ये सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जिस तरह की तानाशाही है, वही यहां दिख रही हैं. यूपी में लोगों को सांत्वना देना, उनके दुख दर्द समझना कब से ग़लत हो गया? क़ानून व्यवस्था खराब करने की बात नहीं है. मुझे उम्मीद है कि उन्हें वहां जाने दिया जाएगा. और इस तरह की पाबंदी चुने हुए प्रतिनिधियों पर न लगाई जाएगी.
सपा डेलीगेशन को बरेली जाने से रोका
बता दें कि यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व में आज समाजवादी पार्टी का 14 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बरेली जाना था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने सपा नेताओं को वहां जाने से रोक दिया. इस दौरान माता प्रसाद पांडे को लखनऊ में उनके आवास पर हाउस अरेस्ट कर लिया गया तो वहीं सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को भी संभल में ही रोक लिया गया है.
दिल्ली से भी सपा के तीन सांसद इकरा हसन, मोहिबुल्लाह नदवी और हरेंद्र मालिक बरेली के लिए रवाना हो गए थे लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें मेरठ टोल प्लाजा से आगे नहीं जाने दिया और वापस भेज दिया.