New Parliament Building: कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ (Gourav Vallabh) ने शनिवार को केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से नए संसद भवन का उद्घाटन कराकर देश के लोकतांत्रिक ढांचे की परंपराओं को नष्ट करने का आरोप लगाया.
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति का पारंपरिक अभिभाषण संसदीय प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है और उनसे नए संसद भवन का उद्घाटन नहीं कराया जाना शर्मनाक है. कांग्रेस नेता ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद-87 दो उदाहरण प्रदान करता है जब राष्ट्रपति विशेष रूप से संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हैं- एक आम चुनाव के बाद पहले सत्र की शुरुआत में और दूसरा प्रत्येक वर्ष के पहले सत्र में.
नितिन गडकरी पर भी साधा निशानागौरव वल्लभ ने केंद्र के इस दावे को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पर भी निशाना साधा कि देश में प्रति दिन 38 किलोमीटर राजमार्गों का निर्माण किया जा रहा है.
'उद्घाटन का बहिष्कार करना संविधान का अपमान'गौरतलब है कि देश भर से विपक्षी पार्टियां पीएम मोदी द्वारा संसद भवन के उद्घाटन किए जाने से नाराज दिख रही हैं. कांग्रेस नेता बीजेपी पर लगातार निशाना साध रहे हैं. वहीं, उद्घाटन समारोह का 19 विपक्षी दलों द्वारा बहिष्कार करने के फैसले के बीच महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि यह बहिष्कार न केवल नागरिकों का अपमान है, बल्कि संविधान का भी अपमान है. कांग्रेस, एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी), शिवसेना (यूबीटी), आम आदमी पार्टी (आप) सहित 19 विपक्षी दलों ने 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह के बहिष्कार करने की घोषणा की. विपक्षी दलों ने इस बात पर जोर दिया कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए, प्रधानमंत्री द्वारा नहीं.
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