Jitendra Awhad on Ajit Pawar: जितेंद्र आव्हाड ने बयान दिया है कि अगर अजित पवार मुख्यमंत्री बनते हैं तो उन्हें खुशी होगी. कोई राजनीतिक दुश्मनी नहीं है, वैचारिक मतभेद हैं. उन्होंने कहा है कि उन्हें यह समझना चाहिए कि उनके बीच कोई दुश्मनी नहीं है और कृषि भूमि को लेकर कोई विवाद नहीं है. साथ ही हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है कि हमें कोई फंड नहीं मिल रहा है क्योंकि हम उनके साथ नहीं गए थे.' जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि हमें एक भी रुपया नहीं दिया गया है. साथ ही इस मौके पर बोलते हुए आव्हाड ने राम मंदिर पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, ''राम की कोई निजी संपत्ति नहीं है, चुनाव नजदीक आया तो उन्होंने राम की बाजार लगा दी, पिछले 70 साल से यही चल रहा है.''


क्या बोले जितेंद्र आव्हाड?
ABP माझा के मुताबिक, एनसीपी गुट के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा, "तीन राज्यों के चुनाव के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं की राय बन गई है कि अब हम किसी से समर्थन क्यों लें. फिर हम दूसरों को अपने साथ क्यों लें?, एक भावना है. जब वे किसी और को अपने साथ लेते हैं तो उनका कोर वोटर परेशान हो जाता है, इसका उदाहरण पुणे चुनाव है. वहां कोर वोटर नाराज हो गया और इसीलिए रवीन्द्र धांगेकर को चुना गया.”


जितेंद्र आव्हाड ने कहा, "कहा जा रहा है कि अनाधिकृत निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री ने कमिश्नर को हॉल में बुलाया. हालांकि, मेरा सवाल यह है कि क्या ठाणे के नगर निगम कमिश्नर मुख्यमंत्री की बात सुनेंगे? अगर मुख्यमंत्री ने बुलाया और कमिश्नर ने नहीं सुनी तो क्या होगा?" क्या आप ऐसा करेंगे और आयुक्त इस बात से इनकार कर सकते हैं कि मुख्यमंत्री ने फोन किया था? नहीं. क्योंकि वह फोन कॉल मेरे सामने किया गया था. उन्होंने यह भी कहा, अनधिकृत निर्माण करने वालों को गिरफ्तार करें."


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