Maharashtra News: नागपुर (Nagpur) पुलिस ने शहर के अपराध मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. नवनियुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंघल के नेतृत्व में नागपुर में पुलिस आयुक्त कार्यालय में कुख्यात अपराधियों की परेड कराई गई है. यह पहल नागपुर में आपराधिक गतिविधियों से निपटने के लिए एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है. उल्लेखनीय है कि बीते बुधवार को नागपुर के  गणेशपेठ इलाके में महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवाहन निगम (MRTC) की खड़ी बस में एक संदिग्ध जिंदा बम जैसी चीज मिली थी. 


गढ़चिरौली से नागपूर पहु्ंची बस में मिली थी बम की सूचना
इस वजह से यहां दहशत फैल गई. हालांकि बाद में ये पता चला कि ये संदिग्द बम जैसी चीज असल में एक अग्निशमन यंत्र है. दरअसल, दो दिन पहले गढ़चिरौली से नागपूर पहु्ंची बस डिपो में खड़ी थी. इसी दौरान इसमें संदिग्ध जिंदा बम मिला था. बाद में अज्ञात वस्तु की सूचना मिलने पर तुरंत बस टर्मीनल के अधिकारियों द्वारा बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड की टीम को बुलाया गया.




पुलिस ने क्या कहा?
वहीं इस पूरे मामले में नागपुर पुलिस की ओर स्थिति सप्ष्ट की गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नागपुर पुलिस के डीसीपी जोन-3 के ऑफिस के गोरख भामरे ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवाहन निगम की खड़ी बस में मिली जो चीज मिली वो जिंदा बम नहीं बल्कि आग बुझाने का यंत्र है. जिसे रेड्माटिक कंपनी द्वारा बनाया गया है. हालांकि इसे लेकर अभी जरुरी जांच की जा रही है.


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