मुलुंड पुलिस ने मुलुंड के एक फ्लैट से चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जिसके संचालकों ने कथित तौर पर अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को ठगा था. मुलुंड पुलिस ने छापेमारी के दौरान दो लैपटॉप, 11 मोबाइल फोन, 2 राउटर और 76,000 रुपये नकद जब्त किए और 5 आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया.
मुलुंड पुलिस ने बीएनएस धारा 316(2), 318(2), 338, 340(2), 319(2), 336 और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. आरोपीयों को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है.
लेंडिंग पॉइंट कंपनी के नाम पर ठगे जाते थे विदेशी नागरिक
कॉल सेंटर के कर्मचारी खुद को एक वित्तीय कंपनी लेंडिंग पॉइंट के कर्मचारी बताते थे और ठगने के लिए ई-सिम कार्ड का इस्तेमाल करते थे.पीड़ितों को तुरंत असुरक्षित वेतन-दिवस ऋण देने का वादा किया जाता था और न्यूनतम प्रोसेसिंग शुल्क चुकाने के बाद भी उन्हें ऋण नहीं मिलता था.
गोपनीय सूचना पर पुलिस ने मारा छापा, मास्टरमाइंड गिरफ्तार
मुलुंड पुलिस स्टेशन को अपने गोपनीय सूत्रों से सूचना मिली कि मुलुंड कॉलोनी इलाके में कुछ लोग कॉल सेंटर के माध्यम से खुद को अमेरिका स्थित बैंक का अधिकारी बताकर ऋण के नाम पर पैसे ऐंठ रहे हैं. मुलुंड पुलिस ने मुलुंड पश्चिम स्थित एक आवासीय फ्लैट पर छापा मारा और पाया कि 27 वर्षीय सागर गुप्ता बिना किसी अनुमति के अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को ठगने के लिए फर्जी कॉल सेंटर चला रहा था. आरोपी सागर गुप्ता ने इस काम को अंजाम देने के लिए अभिषेक सिंह, तन्मय धाड़ सिंह, शैलेश शेट्टी और रोहन अंसारी को नियुक्त किया था.
फिरोजाबाद में भी फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश
दूसरी ओर, फिरोजाबाद पुलिस ने भी फर्जी कॉल सेंटर के जरिए इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने वाले 6 ठगों को अरेस्ट किया है. इनमें गिरोह में 5 लड़कियां शामिल हैं. ये आरोपी नामी कंपनियों के शेयर बेचने के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. गिरोह लाखों रुपये की ठगी कर चुका है.