गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को है और इससे ठीक पहले देश की खिया एजेंसियों ने महाराष्ट्र के संवेदनशील इलाकों के लिए सुरक्षा अलर्ट जारी किया है. इंटेलिजेंस इनपुट के अनुसार कुछ असामाजिक तत्व त्योहार के दौरान राज्य में शांति भंग करने की कोशिश कर सकते हैं. मुंबई पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक शांति बैठक भी की है.

सूत्रों का दावा है कि ये असामाजिक तत्व दो समुदायों के बीच अफवाह फैलाने, नफरत फैलाने और यहां तक कि दंगों की साजिश रचने की योजना बना रहे हैं. एजेंसियों को मिले इनपुट के बाद पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है.

संवेदनशील इलाकों पर कड़ी नजर

सूत्रों के मुताबिक, गणपति आगमन से लेकर गणेश विसर्जन तक के पूरे त्योहार के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने और विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए है. खासतौर पर उन इलाकों पर फोकस रहेगा जिन्हें पहले से संवेदनशील माना जाता है.

सीएम ने की सुरक्षा समीक्षा बैठक

हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कानून-व्यवस्था की स्थिति और त्योहार के दौरान सुरक्षा को लेकर अहम बैठक की. बैठक में सुरक्षा एजेंसियों को सभी आवश्यक इंतजाम करने और संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस बल की तैनाती बढ़ाने के निर्देश दिए गए.

मुंबई पुलिस की शांति बैठकें

मुख्यमंत्री की बैठक के बाद मुंबई पुलिस ने भी अलग-अलग समुदायों के धर्मगुरुओं और प्रमुख नागरिकों के साथ शांति बैठक (पीस मीटिंग) आयोजित की. बैठक का उद्देश्य त्योहार के दौरान आपसी भाईचारे को बनाए रखना और किसी भी तरह की अफवाह या गलत सूचना को फैलने से रोकना था.

सुरक्षा एजेंसियों ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें. साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने और केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करने की सलाह दी गई है. गणेशोत्सव के दौरान लाखों भक्त देशभर से मुंबई और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में पहुंचते हैं.