Mumbai Crime Branch: सलमान खार के घर फायरिंग मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया की राजस्थान से गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद रफीक चौधरी ने एक्टर सलमान खान के घर के अलावा अन्य दो बॉलीवुड एक्टरों के घर की रेकी की थी. गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल विश्नोई ने दोनों शूटरों को मोटिवेट करते हुए यह भी कहा था कि वो पुण्य का काम करने जा रहे हैं और उन्हें इसका फल भी बहुत अच्छा मिलेगा,उन्हें नाम के साथ-साथ अच्छा पैसा भी मिलेगा.


सलमान खान के घर फायरिंग मामले में बड़ा अपडेट
मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक 15 मार्च 2024 को शूटरों को पनवेल में हथियार डिलीवर होने के बाद गैंगेस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल विश्नोई ने उन्हें टारगेट के नाम की जानकारी दी थी. अनुज थापन और सोनू विश्नोई द्वारा हथियार डिलीवर किए जाने के बाद अनमोल विश्नोई ने शूटरों को बताया था कि उन्हें सलमान खान के घर पर फायरिंग को अंजाम देना है, तब तक शूटरों को सिर्फ इतना पता था कि फायरिंग को अंजाम देना है मगर किस पर ये जानकारी नहीं थी.


पहले दोनों शूटरों को विश्नोई गैंग ने अक्टूबर 2023 में मुंबई में भेजा था. इस दौरान उन्हें पनवेल में फ्लैट देखकर उसे किराए पर लेने और बांद्रा और पनवेल के इलाके में घूमने का निर्देश था. इस दौरान उन्हें विश्नोई गैंग ने 40 हजार रुपए दिए थे. कई दिनों तक ढूंढने के बाद भी शूटरों को घर किराए पर नहीं मिला और उन्हें दिए गए पैसे भी खर्च हो गए.


इस तरह का सिलसिला लगातार तीन बार तक चलता रहा और शूटर पनवेल में घर किराए पर लेने में कामयाब नहीं हो पाए. इसके बाद मार्च 2024 में पनवेल के एक स्थानीय रिक्शा चालक की मदद से उन्हें हरिग्राम इलाके में फ्लैट किराए पर मिल गया. 


पनवेल में फ्लैट मिलने तक शूटरों को यह पता नहीं था कि उन्हें किसे टारगेट करना है, किसको अपना निशाना बनाना है. 15 मार्च को जब अनुज थापन और सोनू विश्नोई ने सागर पाल और विक्की गुप्ता को दोनों को बंदूकें डिलीवर की, उसके बाद दोनों शूटरों को अनमोल विश्नोई ने बताया कि उन्हें सलमान खान को टारगेट करना है.


टारगेट की जानकारी होने के बाद दोनों शूटरों ने पहले सलमान के पनवेल वाले फार्म हाउस की रेकी की. लेकिन जब वहां सलमान खान नहीं आए तो अनमोल विश्नोई ने उन्हें बांद्रा जाकर गैलेक्सी अपार्टमेंट की रेकी कर वारदात को अंजाम देने को कहा था.


सलमान खान के घर फायरिंग की घटना को प्लान के तहत अंजाम दिया गया था. शूटरों को कुल 3 लाख रुपये मिले थे जिसमें से 2 लाख रफीक ने उन्हें कैश दिए थे और एक लाख दोनों शूटरों के खाते में विश्नोई गैंग ने भेजे थे.


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