मराठवाड़ा में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हालात काफी गंभीर हैं. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया कि कल भी वे प्रभावित क्षेत्रों में थे और अभी भी बारिश जारी थी. कई लोग जो असुरक्षित जगहों पर थे, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है. सेना और NDRF के साथ-साथ हवाई मदद ली जा रही है.

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अजित पवार ने कहा कि पूरी प्रशासनिक व्यवस्था बचाव और राहत कार्य में लगी हुई है. जिनके घरों में बाढ़ आई है, उन्हें ₹5,000 नकद के साथ 5 किलो गेहूं और 5 किलो चावल सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं दी जा रही हैं. राहत कार्यों में प्रशासन ने तेजी दिखाई है, ताकि प्रभावित लोग सुरक्षित रह सकें और उन्हें समय पर मदद मिल सके.

भारी नुकसान झेल रहे परिवारों के लिए अतिरिक्त सहायता

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि जिन परिवारों को भारी नुकसान हुआ है, उनके सभी घरेलू सामान  क्षतिग्रस्त हो गए हैं. फिलहाल, उन्हें अस्थायी रूप से स्कूलों और अन्य सुविधाओं में रखा गया है. लेकिन जैसे ही वे अपने घर लौटेंगे, उन्हें अतिरिक्त सहायता की जरूरत होगी. इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि केवल 10 किलो से अधिक सहायता दी जाए.

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गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से किया अनुरोध

अजित पवार ने आगे बताया कि कल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुंबई में थे, और उन्होंने भी उन्हें इस स्थिति के बारे में बताया. साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अधिकतम संभव सहायता के लिए पत्र लिखा गया है.

पवार ने कहा कि पिछले महीने पंजाब और उत्तर राज्यों में भी इसी तरह की परिस्थितियां देखी गई थीं, जहां केंद्रीय सरकार ने समय पर मदद दी थी. उन्हें उम्मीद है कि महाराष्ट्र को भी ऐसी ही सहायता प्राप्त होगी.

प्रभावितों के लिए पुनर्वास कार्य जारी

मराठवाड़ा में राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है. प्रशासन ने राहत शिविरों में जरूरी सामान और खाने-पीने की सामग्री पहुंचाई है. साथ ही, प्रभावित लोगों को अस्पताल और स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं. सेना और NDRF की टीमों के साथ स्थानीय प्रशासन हर गाँव और इलाके तक मदद पहुंचाने में जुटा हुआ है.