Manoj Jarange Announce Mass Hunger Strike for Maratha Reservation: महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को आरक्षण दिए जाने की मांग इन दिनों तेजी पकड़ती नजर आ रही है. महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के नेता मनोज जारांगे पाटिल की अगुवाई में आरक्षण की मांग इन दिनों तेजी से बढ़ रही है. फिलहाल अब मनोज जारांगे पाटिल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और राज्य सरकार को निर्वाणी की चेतावनी दे डाली है. दरअसल कुछ समय पहले मनोज जारांगे पाटिल ने राज्य सरकार को मराठा आरक्षण पर फैसला लेने के लिए 40 दिनों का समय दिया था. जिसके बाद सरकार के रवैये को देख मनोज जारांगे पाटिल ने राज्य में भूख हड़ताल की शुरूआत कर दी है.


मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जारांगे पाटिल का कहना है कि अब राज्य के हर गांव में मराठा समाज भूख हड़ताल पर बैठेगा. वहीं उनका कहना है कि भूख हड़ताल के दौरान अगर किसी की जिंदगी को कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी. मनोज जारांगे पाटिल के अनुसार यह देश और प्रदेश का पहला सामूहिक आमरण अनशन है.


जानकारी के अनुसार मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मनोज जारांगे पाटिल आमरण अनशन पर बैठ गए हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी फिलहाल आमरण अनशन का दूसरा चरण चल रहा है. उनके अनुसार इसका तीसरा चरण 31 अक्टूबर से फिर से शुरू होगा. इस दौरान उन्होंने मराठा समुदाय के लोगों से अपील की है वह शांति से आंदोलन का हिस्सा बने और आत्महत्या जैसे कदम नहीं उठांए. 


फिलहाल मनोज जरांगे पाटील का कहना है कि राज्य सरकार ने हमसे 30 दिन मांगे थे लेकिन हमने 40 दिन दिए थे, इसके बाद भी मराठा समाज को आरक्षण नहीं दिया गया और ना ही इस पर विचार किया गया. ऐसे में उन्होंने मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस पर मराठा समाज के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया है.


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