Maharashtra TET Scam: महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद द्वारा आयोजित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) घोटाले में लगे आरोपों के चलते पूर्व मंत्री और शिंदे समर्थक विधायक अब्दुल सत्तार चर्चा में आ गए हैं. टीईटी परीक्षा में, हिना और उज्मा समेत, अब्दुल सत्तार की 4 बच्चों के अपात्र होने का खुलासा हुआ है. ऐसे में परीक्षा परिषद ने सूची जारी कर दी है. आरोप है कि सभी अपात्र लोगों ने आरोपी तुकाराम सुपे को पात्र बनने के लिए पैसे दिए. अब अब्दुल सत्तार ने इस मामले में अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है. सत्तार ने दावा किया है कि यह मानहानि की साजिश है.


आरोप लगाने वालों को हो फांसी- अब्दुल सत्तार


उन्होंने कहा है कि मेरी बेटियों ने टीईटी की परीक्षा दी. लेकिन वे योग्य नहीं थीं. आज अचानक 2022 में लिस्ट आ गई. दिखाएं कि लड़कियां कहां पास हुई हैं और इन वर्षों से लाभान्वित हुई हैं. सूचना के अधिकार के तहत कोई भी शिक्षा विभाग से वन-टू-वन दस्तावेज मांग सकता है. मेरी बेटी ने 2017 में मेरे संगठन में काम करना शुरू किया. उनसे पूछताछ के बाद, उन्होंने परीक्षा दी और अयोग्य घोषित कर दिया गया. मेरे पास उनका सर्टिफिकेट है. सत्तार ने कहा कि मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. मेरी बेटियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए अगर हमारी गलती है, लेकिन अगर कोई गलती नहीं हुई है, तो इन सभी आरोप लगाने वालों को फांसी दी जानी चाहिए. और मैं इन आरोपों की जांच की मांग करता हूं. किसी को भी इस तरह से किसी को बदनाम नहीं करना चाहिए. इस मामले में यदि कोई पूछताछ करनी है तो शिक्षा अधिकारी, उप निदेशक हैं.


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सत्तार की बेटियों के प्रमाणपत्र भी किए गए रद्द


सत्तार ने कहा कि यदि दोनों लड़कियों के नाम पर हमारे संगठन के कार्यालय में एक भी कागज जाता है, तो हम निश्चित रूप से जिम्मेदार होंगे. लेकिन मैं गलत जानकारी देकर समाज और राजनीति को बदनाम करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने जा रहा हूं. आरोप है कि उजमा और हिना ने एजेंट को टीईटी परीक्षा प्रमाणपत्र के लिए पैसे दिए. कहा जा रहा है कि राज्य के पूर्व मंत्री अब्दुल सत्तार की दोनों बेटियों के टीईटी प्रमाणपत्र रद्द कर दिए गए हैं. परीक्षा परिषद ने इस मामले में सूची की घोषणा की. इस सूची में संभाजीनगर जिले के कुछ उम्मीदवार शामिल हैं. सूची की घोषणा के बाद गलत तरीकों में संलिप्त उम्मीदवारों के नाम भी सामने आ गए हैं.


7800 अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई


बता दें कि महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद (MSCE) ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) 2019 में कदाचार में शामिल छात्रों को अयोग्य घोषित कर दिया है. परिषद ने महाराष्ट्र TET घोटाला 2019 में दोषी पाए गए इन छात्रों के खिलाफ नोटिस जारी किया है. नोटिस के अनुसार 7800 अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इन उम्मीदवारों को भविष्य में टीईटी परीक्षा में बैठने से भी वंचित किया जाता है.


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