महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने भाषा विवाद के कारण एक छात्र के सुसाइड करने की घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि भाषा के आधार पर हिंसक घटनाएं महाराष्ट्र के लिए अच्छी नहीं हैं. विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर रविवार को मुंबई में आयोजित 8वीं डब्ल्यूएनसी नेवी हाफ मैराथन में शामिल हुए.

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इस कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि नेवी कमांड ने मैराथन का आयोजन किया है. सभी पार्टिसिपेंट्स ने बहुत जोश के साथ हिस्सा लिया है. मेरा मानना है कि ऐसे इवेंट्स समाज में 'फिट इंडिया, हिट इंडिया' का मैसेज फैलाने में मदद करते हैं, जो बहुत जरूरी है. इसी दौरान, छात्र के आत्महत्या करने की घटना पर राहुल नार्वेकर ने कहा, मुझे लगता है कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जरूर एक्शन लिया जाएगा. 

 एकता पर जोर, राजनीतिक दलों को चेतावनी

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उन्होंने अपनी चिंताएं जाहिर करते हुए कहा कि समाज में भाषा, जाति और धर्म के आधार पर हिंसक घटनाएं होती हैं, तो यह भारत की एकता के लिए अच्छी बात नहीं है.

नार्वेकर ने कहा, "राजनीतिक पार्टियों से अनुरोध है कि भाषा के आधार पर ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जाना महाराष्ट्र के लिए अच्छी बात नहीं है. "उनकी यह टिप्पणी उस समय आई, जब कल्याण में एक 19 साल के छात्र ने पिछले दिनों आत्महत्या की. उसके पिता ने आरोप लगाए थे कि लोकल ट्रेन में मराठी के बजाय हिंदी में बात करने पर उसके साथ आने-जाने वालों ने उसे परेशान किया और उस पर हमला किया था.

विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने टीएमसी के विधायक हुमायूं कबीर के 'बाबरी मस्जिद' वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "सिर्फ राजकीय परिस्थिति के अनुकूल काम करना पूरे देश के साथ एक समझौता है. यह देश के हित के साथ समझौता है. भारत में सभी को समान नजर से देखने की जरूरत है. इसलिए भारत की महानता से राजनीतिक उद्देश्य के लिए समझौता नहीं करना चाहिए.